Dhanbad Politics: मजदूरों से 12-12 घंटे काम लेने के फैसले का झारखंड इंटक ने किया पुरजोर विरोध
केंद्र सरकार ने आखिरकार खुद को मजदूर विरोधी साबित ही कर दिया। कांग्रेस और मजदूर के हितैषी इंटक बरसों से कहते आ रही है केंद्र में जबसे भाजपा सरकार आई है तभी से भाजपा ने मजदूर विरोधी किसान विरोधी छात्र विरोधी और युवा विरोधी काम करना शुरू कर दिया।
जागरण संवाददाता, धनबाद: केंद्र सरकार ने आखिरकार खुद को मजदूर विरोधी साबित ही कर दिया। कांग्रेस और मजदूर के हितैषी इंटक बरसों से कहते आ रही है केंद्र में जबसे भाजपा सरकार आई है तभी से भाजपा ने मजदूर विरोधी, किसान विरोधी, छात्र विरोधी और युवा विरोधी काम करना शुरू कर दिया। आज केंद्र सरकार ने आदेश पारित कर कह दिया अब मजदूर 12-12 घंटे काम करेंगे। झारखंड इंटक के उपाध्यक्ष कांग्रेस जिला अध्यक्ष बृजेंद्र प्रसाद सिंह ने इसका पुरजोर विरोध किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने मजदूरों के हक में आठ-आठ घंटे काम कराने की इजाजत दी थी। आज तक मजदूर एक शिफ्ट में आठ घंटे ही काम करते थे, लेकिन मोदी सरकार में 12 घंटे काम करने के लिए फरमान जारी कर दिया गया है। यह मजदूर विरोधी नहीं तो और क्या है। इसलिए मोदी सरकार ने यह साबित कर दिया है कि वह मजदूरों के हक में काम नहीं करती है, बल्कि पूंजीपतियों के हक में सारा कानून बनाती है। केंद्र सरकार से इंटक मांग करती है मजदूरों के विरोध में तुगलकी फरमान को वापस लिया जाए और मजदूरों को केवल आठ घंटे की काम करने की इजाजत दें। ऐसा न होने पर मजदूर संगठन कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे और उसके लिए सड़क से संसद तक लड़ाई लड़ी जाएगी। इंटक और कांग्रेस हमेशा ही मजदूरों के हित की बात करती रही है। हम मजदूरों के साथ हैं और हर लड़ाई लड़ेंगे।