Mustard Oil Price: तेलहन के दाम में उछाल से रसोई हुआ उदास
ब्रांडेड सरसों तेल का मूल्य 195 - 200 रुपये प्रति लीटर है। सामान्य तेल 180 रुपये प्रति लीटर है। व्यवसायी शंभू खंडेलवाल ने बताया कि सरसों तेल व रिफाइंड की कीमत रोज बढ़ रही है। जिसका कारण मिल से ही तेल कम आना बताया जाता है।
मधुपुर(देवघर), जेएनएन। कोरोना से हो रही परेशानियों के बीच मई महीने में सरसों तेल व रिफाइंड के बढ़े दाम ने रसोई का बजट बिगाड़कर रख दिया है। अप्रैल से सरसों तेल की कीमत बढ़नी शुरू हो गई थी। मार्च में सरसों तेल की कीमत एक सौ रुपये प्रति लीटर, जो अप्रैल में सीधे 20 रुपये हो गयी। पूरे अप्रैल महीने में एक, दो पांच व आठ रुपये सरसों तेल का दाम बढ़ते -बढ़ते एक मई को 160 रुपये हो गया। अब 15 मई से सरसों तेल 180 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। इसी तरह रिफाइंड के दाम भी तेजी आई है। मार्च में रिफाइंड 80 रुपये प्रति लीटर था, जो अप्रैल महीने में 90 रुपये हुआ अब मई में 165 रुपये हो गया है।
सबसे ज्यादा तेजी खाद्य तेल पर हुआ है। ब्रांडेड सरसों तेल का मूल्य 195 - 200 रुपये प्रति लीटर है। जबकि, सामान्य तेल 180 रुपये प्रति लीटर है। व्यवसायी शंभू खंडेलवाल, अनिल बथवाल, अनूप चौधरी आदि ने बताया कि सरसों तेल व रिफाइंड की कीमत रोज बढ़ रही है। जिसका कारण मिल से ही तेल कम आना बताया जाता है। लॉकडाउन में तेल मिल से कम निकल रहे हे। विदेशों से पाम ऑयल नहीं आने से रिफाइंड का भाव बढ़ रहा है।
गृहणियां हैं महंगाई से परेशान
सरसों तेल के मूल्य पर अब सरकार को नियंत्रित करने की जरूरत है। पिछले 15 दिनों में 20 रुपये प्रति किलो दाम बढ़ गया है।
-मधु पीयूष,गृहिणी चित्रगुप्त कालोनी
कोरोना काल में सरसों तेल की कीमत बढ़ने से रसोई का बजट पूरी तरह से गड़बड़ा गया है। तेल के भाव को नियंत्रित करने की जरूरत है।
-पुष्पा देवी, गृहणी मधुपुर
मार्च में 90 रुपये किलो सरसों तेल था, लेकिन अप्रैल व मई में तेल के दाम पांच, दस ,15 व 20 रुपये बढ़कर 180 रुपये किलो हो गया है। जिससे इस लॉकडाउन में गृहस्थी चलाने में दिक्कत हो रही है। -ज्योति पाठक, पंचमंदिर रोड।
सरसों तेल व रिफाइंड के मूल्य बढ़ने से सीधा असर हर आदमी का रसोई पर पड़ा है। बिना तेल व रिफाइंड का काम ही नहीं चल सकता है। इसलिए सरकार को इस पर ध्यान देने की जरूरत है।
-पूजा साह,गृहिणी थाना रोड मधुपुर
तेलहन की अप्रत्याशित कीमत ने मध्यम वर्गीय परिवार की कमर तोड़कर रख दिया है। सरकार को समय गवाएं बिना कि कीमत पर नियंत्रण की दिशा में कार्रवाई करनी चाहिए।
-आरती वर्मा,गृहिणी शेखपुरा मोहल्ला।
जमाखोरों और कालाबाजारी करने वाले व्यापारियों पर सरकार का नियंत्रण नहीं रहने के कारण ही सरसों तेल और रिफाइंड की कीमतों में इतनी भारी मूल्य वृद्धि हुई है। सरकार को इस दिशा में अविलंब कार्रवाई करनी चाहिए। ताकि आम लोगों के रसोई में तेल पहुंच सके।
-नीलू देवी,गृहिणी कुंडू बंगला मधुपुर।