Jharkhand Politics: चतरा के सांसद का मुख्यमंत्री पर बड़ा हमला, किसी मुद्दे पर नजरिया साफ नहीं
चतरा सांसद ने केंद्र की ओर से भेदभाव परक सरकार के मंत्रियों के आरोप को सिरे से नकारते हुए कहा कि उन्हें बताना चाहिए कि किस मद में रकम रोकी गई। जीएसटी का मुद्दा हो या अन्य विकास योजनाओं का निधि की कमी कहीं भी नहीं है।
जागरण संवाददाता, धनबाद। राज्य सरकार कोविड के बहाने अपनी नाकामी छुपा रही है। विधि-व्यवस्था, स्वास्थ्य, शिक्षा, उद्योग-व्यवसाय, विकास कार्यों की स्थिति नाजुक बनती जा रही है। कहना था भाजपा के चतरा से सांसद व प्रदेश उपाध्यक्ष सुनील सिंह का। सिंह एक निजी कार्यक्रम में धनबाद आए थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का किसी मुद्दे पर नजरिया साफ नहीं है। वे पहले दिन कुछ कहते हैं और दूसरे दिन पलट जाते हैं। एक कदम आगे बढ़ते हैं तो चार कदम पीछे हट जाते हैं। कोविड महामारी से जूझ रहे प्रदेश का मुख्यमंत्री राज्य छोड़ कर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में तीन दिन तक बिना काम का बैठा रहे इससे दुर्भाग्यजनक क्या हो सकता है। यह बताता है कि व अपने काम के प्रति, राज्य की जनता के प्रति कितने गैर जिम्मेदार हैं।
बड़ी सड़क परियोजनाओं का काम क्यों रुका
चतरा सांसद ने केंद्र की ओर से भेदभाव परक सरकार के मंत्रियों के आरोप को सिरे से नकारते हुए कहा कि उन्हें बताना चाहिए कि किस मद में रकम रोकी गई। जीएसटी का मुद्दा हो या अन्य विकास योजनाओं का निधि की कमी कहीं भी नहीं है। राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री ने तो स्पष्ट कहा कि आप भूमि अधिग्रहण का दस्तावेज दीजिए हम तीन के बजाए पांच हजार करोड़ रुपये देंगे। अब मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि सड़कों के निर्माण का काम क्यों रुका पड़ा है।
निजी स्कूलों की चल रही मनमानी
उन्होंने निजी स्कूलों की मनमानी पर भी रोक लगाने में सरकार की अक्षमता बताई। कहा कि एक वर्ष के लगभग हो गया शिक्षा मंत्री बीमार थे। बिना पढ़ाई स्कूल हर तरह की फीस ले रहे। एडमिशन व री एडमिशन फी भी ले रहे। सालाना ट्यूशन फी भी बढ़ा रहे। सरकार उन पर कार्रवाई नहीं कर पा रही। यह सरकार की कमजोरी ही बता रही है और कुछ नहीं।
फंड की नहीं कमी
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि केंद्र सरकार ने सभी खनिज जिलों के लिए डीएमएफटी फंड की व्यवस्था कर रखी है। इसी मद में राज्य सरकार के पास करोड़ों की रकम है। इसमें चिह्नित है कि शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं के लिए आप पर्याप्त रकम खर्च कर सकते हैं। बावजूद इसके कोविड-19 की दूसरी लहर में राज्य सरकार की स्वास्थ्य प्रबंधन की धज्जियां उड़ गई तो क्यों। इसका जवाब सरकार को देना होगा। डीएमएफटी फंड से ही चतरा लोकसभा में 11 आक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं। हालांकि इसके लिए सरकार ने योजना नहीं बनाई। सिंह के मुताबिक उनके दबाव पर ये प्लांट लगाए जा रहे हैं। सरकार को आक्सीजन प्लांटों के लिए जो अलग से रकम मिली उसे भी खर्च नहीं कर पा रहे।
अपने मुंह मियां मिट्ठू न बनें
वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव के वैक्सीन उपलब्ध नहीं करा पाने के आरोप पर उन्होंने कहा कि वे अपने मुंह मियां मिट्ठू न बनें। पहले उन्होंने वैक्सीन पर सवाल खड़े किए, अब उसे जरूरी बता रहे। मांग की कि वैक्सीन खरीदने का अधिकार दिया जाए। जब स्वयं समर्थ नहीं हुए तो मांग की कि केंद्र ही वैक्सीन दे। अब दे रही है तो अपनी नाकामी छुपाने के लिए केंद्र पर तोहमत लगा रहे हैं। लोग उनकी सच्चाई जानते हैं।
बन चुकी है पूरी कार्यसमिति
संगठन निर्माण में लेटलतीफी पर सांसद का कहना था कि कहीं कोई लेटलतीफी नहीं है। संगठन का गठन हो चुका है। प्रदेश कार्यसमिति सदस्यों की सूची पर भी उनका कहना था कि वह बन चुकी है। जल्द ही प्रकाशित भी हो जाएगी। बैठकें भी हो रही हैं। सूची के मुताबिक ही कार्यकर्ताओं को लिंक भेजा जा रहा है। सिंह के धनबाद के भाजपा नेताओं से मुलाकात की। महानगर भाजपा के वरीय उपाध्यक्ष संजय सिंह ने संगठन की गतिविधियों की जानकारी दी।