ICSI Dhanbad Chapter: दिवाला विवाद के समाधान के लिए दिवालियापन संहिता को जानना बेहद जरूरी
नियम-कानून की जानकारी नहीं होने के कारण भी प्रतिष्ठानों को दिवालिया विवाद का लंबे समय तक सामना करना पड़ता है।
धनबाद, जेएनएन। बीसीसीएल के निदेशक (कार्मिक) आरएस महापात्रा बीसीसीएल का मानना है कि दिवाला विवाद के समाधान के लिए दिवालियापन संहिता को जानना बेहद जरूरी है। दिलावा और दिवालियापन संहिता को जानने वाले ही अपने हितों की रखा कर सकते हैं।
सरायढेला में द इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया धनबाद चैप्टर के 14वां वार्षिक सेमिनार को मुख्य अतिथि के रूप में महापात्रा संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नियम-कानून की जानकारी नहीं होने के कारण भी प्रतिष्ठानों को दिवालिया विवाद का लंबे समय तक सामना करना पड़ता है। महापात्रा ने द्वीप प्रज्जवलित कर सेमिनार का उद्घाटन किया। इसका विषय था- डिस्प्यूट रिजोल्यूशन मैकेनिज्म अंडर आइबीसी (दिवाला और दिवालियापन संहिता के तहत विवाद एवं समाधान तंत्र )। उपाध्यक्ष सीएस राहुल जिंदल ने मुख्य अतिथि को पुष्प-गुच्छ देकर स्वागत किया। महापात्रा ने कहा कि सेमिनार का विषयवस्तु आज के समय के लिए महत्वपूर्ण एवं उपयोगी हैं। इसकी महत्ता पर जोर दिया। सेमिनार में सीएस राहुल पारसरामपुरिया ने विषय पर गहन चर्चा की। इस अवसर पर संस्थान का ई स्मारिका का विमोचन किया गया। मुख्य अतिथि के साथ मंच पर अध्यक्ष सीएस रोशन लाल नाड, सचिव सीएस राहुल रॉय, बीसीसीएल के कंपनी सचिव सीएस बीके परूई एवं सीएस राहुल पारसरमपुरिया उपस्थित थे। कोषाध्यक्ष सीएस गौरव अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। सीएस पंकज कुमार सिंह ने कहा कि इस तरह के सेमिनार से छात्रों एवं प्रतिभागियों का व्यक्तित्व विकास भी होता है। मंच संचालन सीएस दिव्या अरोड़ा एवं सीएस चिंकी शरण ने किया। मौके पर संस्थान के कार्यकारी सहायक गोविंद कुमार तिवारी मौजूद थे।