IIT-ISM: 20 छात्रों को मिलेगा विदेश में सैंडविच पीएचडी का मौका, बीओजी ने प्रस्ताव को दी मंजूरी
दुनिया की सर्वश्रेष्ठ 200 रैकिंग वाली यूनिवर्सिटी में भारतीय छात्रों को पीएचडी करने का मौका मिलेगा। विदेशी यूनिवर्सिटी से पीएचडी करने वालों को सरकार प्लेटफॉर्म मुहैया कराएगी।
धनबाद, जेएनएन। अब छात्रों को सरकारी खर्चे पर विदेशी यूनिवर्सिटी से पीएचडी का मौका भी मिलेगा। IIT-ISM धनबाद के बीओजी ने सैंडविच पीएचडी प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। जिसके बाद अब संस्थान के छात्र भी विदेशों में पीएचडी कर सकेंगे।
उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के मकसद से सैंडविच पीएचडी योजना पर काम किया जा रहा है। दुनिया की सर्वश्रेष्ठ 200 रैकिंग वाली यूनिवर्सिटी में भारतीय छात्रों को पीएचडी प्रोग्राम में पढ़ाई का मौका मिलेगा। जो छात्र विदेशी यूनिवर्सिटी से पीएचडी करना चाहते होंगे, उन्हें सरकार प्लेटफॉर्म मुहैया करवाएगी। ऐसे छात्रों को स्कॉलरशिप समेत आर्थिक सहयोग देगी। इसमें पीएचडी पूरी करने की समय-सीमा पांच साल होगी। सरकार ने इस योजना को शैक्षणिक सत्र 2019-20 में शुरू करने की योजना तैयार कर रही है। इसके अलावा ज्वाइंट डिग्री व ज्वाइंट पीएचडी भी शुरू करेगी।
सैंडविच पीएचडी के दो विकल्प
एक डाक्टरेट एक संयुक्त पर्यवेक्षण के हिस्से के रूप में रहता है उस स्थिति में छात्र संस्थान विश्वविद्यालय दोनों में पंजीकरण करा सकता है।
संयुक्त पर्यवेक्षण के बिना उम्मीदवार को आइआइटी आइएसएम में पंजीकरण कराना आवश्यक है।
योग्यता
एक डॉक्टरेट छात्र सफलतापूर्वक अपने अनुसंधान प्रस्ताव संगोष्ठी का बचाव करने के लिए न्यूनतम छह महीने
एक डॉक्टरेट छात्र छह महीने की अपनी फैलोशिप और संचिता आकस्मिकता का उपयोग करेगा।
इसके अलावा संस्थान अतिरिक्त सहयोग दो लाख रुपये का करेगा।
संस्थान द्वारा प्रत्येक वर्ष 20 पीएचडी छात्रों को सहयोग किया जाएगा। इस राशि का उपयोग हवाई यात्रा, वीजा शुल्क, चिकित्सा बीमा, आवास शुल्क, दैनिक खर्चों के लिए किया जा सकता है।