108 Ambulance: शिकायतें हजार, फिर भी नहीं हो रही जांच, क्या मुख्यालय के निर्देश के बाद सिस्टम में होगा सुधार
वर्ष 2017-18 धनबाद में108 एंबुलेंस सेवा शुरू हुई थी। धनबाद में 27 नये 108 एंबुलेंस दिए गए हैं। लेकिन वर्तमान में कई एंबुलेंस नहीं चल रहे थे। लेकिन अब इसकी स्थिति काफी खराब हो रही है। एंबुलेंस ग्लूकोमीटर सेक्शन पाइप लाइट आदि की बैटरी खराब पाई जा रही है।
जागरण संवाददाता, धनबाद। लोगों की जिंदगी बचाने वाला 108 एंबुलेंस खुद बदहाली झेल रहा है। इसके बावजूद सरकार से जिकित्सा हेल्थ केयर एजेंसी सरकार से प्रति महीना 4 करोड रुपए ले रही है। रांची में एंबुलेंस के रखरखाव में गड़बड़ी के बाद स्वास्थ्य महकमा हरकत में आया है। मुख्यालय रांची में धनबाद सहित जिले के सभी सिविल सर्जन को उनके इलाके में चलने वाले 108 एंबुलेंस की जांच करने का निर्देश दिया है। निर्देश के बाद सिविल सर्जन डॉ श्याम किशोर इसकी जांच शुरू कर दी है।
धनबाद में 4 वर्षों से एक बार भी जांच नहीं
वर्ष 2017-18 धनबाद में108 एंबुलेंस सेवा शुरू हुई थी। धनबाद में 27 नये 108 एंबुलेंस दिए गए हैं। लेकिन वर्तमान में कई एंबुलेंस नहीं चल रहे थे। लेकिन अब इसकी स्थिति काफी खराब हो रही है। एंबुलेंस ग्लूकोमीटर सेक्शन पाइप लाइट आदि की बैटरी खराब पाई जा रही है। तीन एंबुलेंस एडवांस लाइफ सपोर्ट है जबकि 24 एंबुलेंस बेसिक लाइफ सपोर्ट है। लेकिन समय पर 108 एंबुलेंस नहीं मिल पा रहा है। निर्देश के बाद सिविल सर्जन ने भी अब इसकी जांच शुरू कर दी है।
समय पर नहीं मिल रही सेवा
108 एंबुलेंस सेवा के पीछे मरीजों को गोल्डन आवर में अस्पताल पहुंचाने का उद्देश्य है। लेकिन कई बार मरीजों को तत्काल एंबुलेंस की सेवा नहीं मिल पा रही है। 108 नंबर पर डायल करने के बाद बताया जाता है सभी एंबुलेंस व्यस्त हैं। एसएन एमएमसीएच में भी तत्काल सेवा नहीं मिलने के कारण मरीजों ने इसकी शिकायत अस्पताल के अधीक्षक से की थी। वहीं मरीजों इसकी शिकायत सिविल सर्जन से भी की है।
जिले में 27 एंबुलेंस चलाए जा रहे हैं। शहर में जो एंबुलेंस है उसकी जांच तो हो रहे हैं लेकिन प्रखंडों वाले एंबुलेंस की जांच नहीं हो पा रहे हैं सभी प्रभारियों को जांच के लिए निर्देश दिया गया है।
-डॉ जफरुल्लाह, नोडल प्रभारी, 108 एंबुलेंस धनबाद।