IRCTC ने बदला अपना निर्णय, नहीं जाएगी अनुबंध पर बहाल 560 सुपरवाइजरों की नाैकरी
आइआरसीटीसी ने जिन 560 कैटरिंग सुपरवाइजर को दो साल के लिए अनुबंध पर बहाल किया गया था उनमें ईस्ट जोन के लिए 90 शामिल थे। धनबाद से खुलने वाली एलेप्पी एक्सप्रेस में 4 सुपरवाइजर थे।
धनबाद, जेएनएन। इंडियन रेलवे कैटरिंग टूरिज्म कॉर्पोरेशन ( Indian Railway Catering and Tourism Corporation) ने देशभर के खान-पान सुपरवाइजरों को हटाने के आदेश पर रोक लगा दिया है। इनमें धनबाद-एलेप्पी एक्सप्रेस की मॉनीटरिंग करने वाले चार सुपरवाइजर शामिल हैं। कंपनी का पत्र आते ही टर्मिनेट किए गए कर्मचारियों के चेहरे पर मुस्कान छा गई है। IRCTC के स्थानीय प्रतिनिधि ने पत्र मिलने की पुष्टि की है।
ईस्ट जोन में थे 90 सुपरवाइजर
दरअसल, पिछले हफ्ते IRCTC ने 560 कैटरिंग सुपरवाइजरों को एक महीने का नोटिस देकर बाहर का रास्ता दिखा दिया था। इनमें धनबाद से खुलने वाली अलेप्पी एक्सप्रेस में चार सुपरवाइजर भी शामिल थे। आइआरसीटीसी ने जिन 560 कैटरिंग सुपरवाइजर को दो साल के लिए अनुबंध पर बहाल किया गया था, उनमें ईस्ट जोन के लिए 90 शामिल थे। धनबाद से खुलने वाली एकमात्र एलेप्पी एक्सप्रेस ही है जिसमें पैंट्री कार लगा है। इसके लिए कंपनी ने चार सुपरवाइजर को अनुबंध पर रखा था। दो साल के अनुबंध के बाद भी छह माह के अंदर ही उन्हें नौकरी से हटाने का आदेश जारी कर दिया गया था। एकाएक आए कंपनी के इस आदेश से सुपरवाइजरों के पांव तले जमीन खिसक गई थी। माना जा रहा था कि 22 मार्च से ट्रेनें बंद होने के बाद से रेलवे ने ट्रेनों में खान पान सेवाओं पर रोक लगा दी थी। इसी वजह से सुपरवाजर हटाए गए।
नामी होटलों की नाैकरी छोड़ IRCTC को चुना
इनमें ऐसे कई लोग हैं जिन्होंने रेलवे और आआरसीटीसी के नाम पर देश के नामी होटलों की नौकरियां छोड़ कर कैटरिंग सुपरवाइजर की नौकरी को चुना था। मामले को लेकर कई सुपरवाइजर रेल मंत्रालय के ट्विटर पर फरियाद कर रहे थे। अब कंपनी ने हटाने के वापस वापस ले लिए हैं जिससे उन्हें बड़ी राहत मिली है।