सीएसआइआर ने बनाई ऐसी एसी जो कोरोना से बचाकर पहुंचाएगी ठंडक
वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआइआर) की शोध इकाईयों के विज्ञानियों ने कोरोना संक्रमण मुक्त एसी की हवा वाली तकनीक ढूंढ़ ली है। संक्रमण मुक्त एसी गर्मी तक बाजारों में आ जाएगी।
जागरण संवाददाता, धनबाद : कोरोना संक्रमण की वजह से मार्च से बंद सिनेमा हॉल अब तक नहीं खुले हैं। वातानुकूलित हॉल में एक साथ बैठने से कोरोना संक्रमण का खतरा हो सकता है। इस वजह से अब तक सिनेमा हॉल खोलने की अनुमति नहीं मिली है। मॉल और दफ्तरों में भी एसी लगभग बंद ही है। पर इस बार गर्मी में बंद एसी में बैठने की नौबत नहीं आएगी। वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआइआर) की शोध इकाईयों के विज्ञानियों ने कोरोना संक्रमण मुक्त एसी की हवा वाली तकनीक ढूंढ़ ली है। गर्मी तक संक्रमण मुक्त एसी बाजारों में आ जाएगी।
सीएसआइआर के महानिदेशक डॉ. शेखर सी मांडे ने बताया कि कोशिकीय एवं आणविक जीव विज्ञान केंद्र हैदराबाद और सूक्ष्मजीव प्रौद्योगिकी संस्थान चंडीगढ़ के विज्ञानियों ने इस तकनीक को विकसित किया है। टेक्नोलॉजी ट्रांसफर की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है। उन्होंने बताया कि इसके लिए हवा की सैंप्लिग की थी और सैंप्लिग के आधार पर तकनीक विकसित की गई। इससे एक कमरे में कई लोगों के बैठे होने के बाद भी कोरोना संक्रमण का खतरा नहीं रहेगा।
---- नवंबर में सिफर आ सकते हैं पीएम मोदी - 10 फरवरी तक अतिक्रमण मुक्त हो जाएगा सिफर डिगवाडीह परिसर, विकसित हो रहा कोल टू मिथेनॉल प्लांट जासं, धनबाद : केंद्रीय खनन एवं ईंधन अनुसंधान संस्थान अपना 75वां साल मना रहा है। संस्थान का प्लैटिम जुबली समारोह नवंबर में आयोजित होगा। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आ सकते हैं। डिगवाडीह परिसर में कोल टू मिथेनॉल प्लांट विकसित हो रहा है जिसके नवंबर तक पूरा होने की पूरी संभावना है। कोल टू मिथेनॉल प्रोजेक्ट से 2030 तक सौ मिलीयन टन कोयले का गैसीफिकेशन करने का लक्ष्य है। इससे पर्यावरण में कार्बन डाईऑक्साइट की मात्रा को कम करने में काफी तक मदद मिलेगी। सिफर निदेशक डॉ. प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि डिगवाडीह परिसर में प्लांट के लिए अतिक्रमण मुक्त कराया जारहा है। जिला प्रशासन सहयोग कर रहा है। 10 फरवरी तक डिगवाडीह कैंपस को अतिक्रमण मुक्त करने की बात सदर अनुमंडल पदाधिकारी ने कही है।
---- मशरूम की खेती के लिए दूसरे बैच का प्रशिक्षण शुरू - मशरूम से बने उत्पादों की लगाई गई प्रदर्शनी धनबाद : ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए सिफर में मशरूम की खेती के लिए प्रशिक्षण का दूसरा दौर रविवार से शुरू हुआ। प्रशिक्षण के उद्घाटन समारोह में सीएसआइआर महानिदेशक डॉ. शेखर सी मांडे और उनकी पत्नी शर्मिला मांडे पहुंची। प्रोजेक्ट हेड डॉ. डीबी सिंह ने बताया कि मशरूम की खेती के साथ-साथ किसानों को वर्मी कंपोस्ट वर्मीवॉश जैविक कीटनाशक, जैविक खाद और संरक्षित खेती का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस दौरान मशरूम से बने उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। सिफर लेडीज क्लब की अध्यक्ष उषा सिंह, नंदिता सिंह समेत अन्य उपस्थित थे।