Indian Railways: 12 अगस्त के बाद भी ट्रेनों का परिचालन नहीं होगा सामान्य, रेलवे के नए आदेश से यात्रियों की उम्मीदों को लगा झटका
Indian Railways 22 मार्च से बंद ट्रेनों को अब एक बार फिर अगले आदेश तक रद कर दिया गया है। 12 मई से चल रही 15 जोड़ी राजधानी व 100 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें ही फिलहाल चलती रहेंगी।
धनबाद, जेएनएन। Indian Railways: धनबाद रेलवे स्टेशन से सफर शुरू करने वाले यात्रियों की उम्मीदों को एक बार फिर से झटका लगा है। रेलवे ने कोरोना संक्रमण के मद्देनजर विचार कर 12 अगस्त के बाद यात्री ट्रेनों को पटरी पर उतारने की बात की थी। अब रेलवे ने नए सिरे से साफ कर दिया है कि 12 अगस्त के बाद भी ट्रेनें नियमित रूप से पटरी पर नहीं उतरेंगी। साफ है कि देश में अभी रेल गाड़ियों का परिचालन सामान्य नहीं होगा। ऐसे में धनबाद के रेल यात्रियों को चार जोड़ी स्पेशल ट्रेनों से ही संतोष करना पड़ेगा जो यहां से होकर गुजरती हैं।
22 मार्च, 2020 से ठप है यात्री ट्रेनों का परिचालन
22 मार्च, 2020 से देश में ट्रेनों का परिचालन बंद है। रेलवे ने बंद ट्रेनों को अब एक बार फिर अगले आदेश तक रद कर दिया गया है। 12 मई से चल रही 15 जोड़ी राजधानी व 100 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें ही फिलहाल चलती रहेंगी। कोरोना संक्रमण के बिगड़ते हालात के मद्देनजर नियमित ट्रेनों को अभी नहीं चलाने का फैसला लिया गया है। इस बार रेलवे ने ट्रेनों को रद करने की तिथि भी जारी नहीं है बल्कि अगले आदेश तक रद कर दिया है। इस बाबत रेलवे का आदेश धनबाद रेल मंडल के अधिकारियों तक पहुंच गया है। इसके बाद ट्रेनों के परिचालन की तैयारी में जुटे धनबाद रेल मंडल के अधिकारी फिर से विश्राम की मुद्रा में आ गए हैं।
धनबाद होकर अभी चार जोड़ी ट्रेनें
धनबाद होकर भी सिर्फ 4 जोड़ी ट्रेनें चल रही हैं। इनमें हावड़ा नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, हावड़ा नई दिल्ली पूर्वा एक्सप्रेस, हावड़ा जोधपुर एक्सप्रेस और कोलकाता अमृतसर दुर्गियाना एक्सप्रेस।
हावड़ा इंदौर व जलियांवाला बाग एक्सप्रेस समेत 90 ट्रेनों पर भी फैसला नहीं
रेलवे ने और 90 ट्रेनों को स्पेशल बनाकर चलाने की योजना बनाई थी। इनमें धनबाद होकर चलने वाली हावड़ा इंदौर शिप्रा एक्सप्रेस व सियालदह अमृतसर जलियांवाला बाग एक्सप्रेस भी शामिल थीं। इससे जुड़ी विस्तृत योजना के साथ यह सुझाव भी मांगा गया था इन ट्रेनों के रूट में वैसे स्टेशन जहां यात्रियों की संख्या कम हैं, उनकी लिस्ट दी जाए ताकि उन स्टेशनों से ठहराव हटाया जाए। इस पर भी रेलवे बोर्ड स्तर पर फिलहाल कोई दिशा निर्देश जारी नहीं हुआ है।