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Indian Railways: झेलनी पड़ी परेशानी तो बच्‍चे ने टिकट काउंटर पर बैठी महिला के खिलाफ की रेल मंत्रालय को शिकायत

धनबाद रेलवे स्टेशन की एक महिला टिकट बुकिंग क्लर्क के खिलाफ धनबाद स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल के छात्र ने ट्विटर पर रेल मंत्रालय से शिकायत की है। छात्र ने महिला रेलकर्मी के व्यवहार पर आपत्ति जताई है। धनबाद डीआरएम से इसकी लिखित शिकायत भी की गई है।

By Deepak Kumar PandeyEdited By: Published: Thu, 02 Jun 2022 07:37 AM (IST)Updated: Thu, 02 Jun 2022 07:37 AM (IST)
इसी महिला रेलकर्मी के खिलाफ शिकायत करते हुए छात्र ने ट्विटर पर वीडियो अपलोड किया है।

जागरण संवाददाता, धनबाद: धनबाद रेलवे स्टेशन की एक महिला टिकट बुकिंग क्लर्क के खिलाफ धनबाद स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल के छात्र ने ट्विटर पर रेल मंत्रालय से शिकायत की है। छात्र ने महिला रेलकर्मी के व्यवहार पर आपत्ति जताई है। धनबाद डीआरएम से इसकी लिखित शिकायत भी की गई है। पूरे घटनाक्रम का वीडियो ट्विटर पर शेयर किया है। मामला रेल मंत्रालय तक पहुंचते ही धनबाद के अधिकारी सक्रिय हो गए। हालांकि बाद में सहायक वाणिज्य प्रबंधक महिला कर्मचारी के बचाव में खड़े नजर आए।

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महिला स्‍टाफ के रुखे व्‍यवहार से आहत था छात्र: दिल्ली पब्लिक स्कूल धनबाद के छात्र निखिल कुमार मेहता ने धनबाद डीआरएम से की गई शिकायत में बताया है कि 30 मई को वह अपनी मां के साथ सुबह 5 बजकर 10 मिनट पर धनबाद रेलवे स्टेशन के टिकट काउंटर पर कतार में खड़ा था। उसे डेहरी ऑन सोन के लिए टिकट लेना था। काउंटर पर बैठी महिला कर्मी से टिकट लेकर छात्र ने उन्हें तीन सौ रुपये दिए। इस पर महिला कर्मी ने 20 रुपये चेंज मांगा। छात्र का कहना है कि उसके पास खुल्ले नहीं थे। इस वजह से वह साइड में खड़ा हो गया और इंतजार करने लगा। पीछे खड़े यात्री ने टिकट लेकर जब महिला रेलकर्मी को खुल्ले पैसे दिए तो छात्र ने बकाया पैसा उनसे वापस मांगा, लेकिन खुदरा मिलने के बाद भी महिला कर्मचारी ने पैसे लौटाने से इन्‍कार कर दिया और बेहद रुखा व्यवहार किया।

छात्र का आरोप है कि हड़बड़ी में टिकट लेकर वह प्लेटफार्म पर पहुंचा तो उसने देखा कि उस रेलकर्मी ने उसे डेहरी ऑन सोन की बजाय हावड़ा का टिकट थमा दिया था।

काउंटर छोड़ने से पहले अपने टिकट की जांच कर लें यात्री: इधर, मामले की शिकायत ट्विटर पर किए जाने के बाद डीआरएम धनबाद ने इसे वाणिज्‍य विभाग को फॉरवर्ड कर दिया है। इस मामले में सहायक वाणिज्य प्रबंधक (एसीएम) ने छात्र को ट्विटर पर ही जवाब देते हुए लिखा है कि ऐसा संभवत: सुनने में हुए कन्फ्यूजन की वजह से हुआ है। उन्‍होंने लिखा है कि यात्री को भी काउंटर छोडने से पहले टिकट की जांच करनी चाहिए। अगर कोई गड़बड़ी हो तो सुपरवाइजर से मिलकर अपनी बात रखनी चाहिए। मामले की जांच में पाया गया है कि यात्री की मांग पर ही हावड़ा का टिकट दिया गया है। यात्री ने दोबारा डेहरी ऑन सोन का टिकट मांगा और हावड़ा का टिकट वापस करने या बदलने की बात नहीं कही। हालांकि उन्‍होंने यह भी लिखा है कि रेल कर्मी की काउंसिलिंग की गई है और भविष्य में सतर्कता बरतने को चेतावनी भी दी गई है। असुविधा के लिए खेद है।

टिकट काउंटर पर लिखा होता है- यात्री कृपया चेंज पैसे ही दें: भले इस मामले में छात्र को महिला रेलकर्मी का दुर्व्‍यवहार झेलना पड़ा हो, लेकिन कम समय में अधिक यात्रियों को टिकट देने के लिए ही रेलवे के टिकट काउंटर के बाहर ही लिखा होता है कि यात्री कृपया खुल्‍ले पैसे ही दें। हालांकि कई बार यात्रियों के पास चेंज नहीं होने की वजह से रेलकर्मी और यात्रियों में बकझक होती रहती है।


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