IRCTC/Indian Railways: धनबाद से टाटा जानेवाली ट्रेन को चलाने के मूड में नहीं है रेलवे, जानें क्या है वजह
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के घर तक जानेवाली ट्रेन की सवारी अभी भूल ही जाइए। रेलवे फिलहाल इस ट्रेन को चलाने के मूड में नहीं है। जही हां हम धनबाद से टाटानगर जानेवाली स्वर्णरेखा एक्सप्रेस की ही बात कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, धनबाद: झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के घर तक जानेवाली ट्रेन की सवारी अभी भूल ही जाइए। रेलवे फिलहाल इस ट्रेन को चलाने के मूड में नहीं है। जही हां, हम धनबाद से टाटानगर जानेवाली स्वर्णरेखा एक्सप्रेस की ही बात कर रहे हैं। धनबाद रेल मंडल ने डेढ़ साल से बंद इस ट्रेन का प्रस्ताव तो मुख्यालय को भेजा है। पर कम आमदनी ने इस ट्रेन के पहिए को रोक दिया है। निकट भविष्य में इस ट्रेन के चलने की संभावना नहीं है।
कोरोना काल में एक-एक कर ट्रेनें पटरी लौट रही हैं। पर रेलवे कम आमदनी वाली ट्रेनों को ग्रीन सिग्नल देने के बजाय हाई डिमांड वाली ट्रेनों को तवज्जो दे रही है। ट्रेनों को हरी झंडी देने से पहले संबंधित रेल मंडलों से उनकी आय का ब्योरा भी लिया जा रहा है। यात्रियों की संख्या संतोषजनक और आमदनी सामान्य रही तो ही चलाने की अनुमति दी जा रही है। कम आमदनी वाली ट्रेनों को वेटिंग लिस्ट में रखा जा रहा है।
धनबाद रेल मंडल से स्वर्णरेखा एक्सप्रेस के यात्रियों की संख्या और आय का विवरण लिया गया जो संतोषजनक नहीं है। कम आमदनी के कारण इस ट्रेन पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। ट्रेनों के सामान्य होने के बाद भी स्वर्णरेखा चलेगी या नहीं, इस पर संस्पेंस है। इस ट्रेन को मौजूदा धनबाद, पाथरडीह, आद्रा रूट के बजाय धनबाद-चंद्रपुरा व मूरी रूट से चलाने पर भी विमर्श हो चुका है। पर फिलहाल इस पर भी कोई ठोस निर्णय नहीं हो सका है।
इन ट्रेनों को भी ग्रीन सिग्नल का इंतजार
- धनबाद-भुवनेश्वर गरीब रथ
- धनबाद-झारग्राम मेमू
- धनबाद-विष्णुपुर मेमू
- धनबाद-चंद्रपुरा पैसेंजर
- हटिया-पटना पाटलीपुत्र एक्सप्रेस
- रांची-भागलपुर डुप्लीकेट वनांचल एक्सप्रेस
- रांची-देवघर इंटरसिटी
वर्जन
' स्वर्णरेखा समेत धनबाद रेल मंडल की दूसरी ट्रेनों का प्रस्ताव मुख्यालय को भेजा गया है। स्वीकृति मिलने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। फिलहाल ट्रेनों के चलने की कोई सूचना नहीं मिली है।'
अखिलेश पांडेय, सीनियर डीसीएम