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Indina Railways: धनबाद रेल मंडल ने विकसित किया देश का पहला पीपीपी मॉडल गुड्स शेड, फ्रेट सेवाओं में इजाफा का दावा

भुरकुंडा में बना पीपीपी गुड्स शेड मिल का पत्थर साबित हो सकता है। धनबाद रेल मंडल को लोडिंग में बढ़त के साथ ही व्यवसायियों को सहूलियत मिलने की उम्मीद है। परिणाम सुखद रहा तो आने वाले दिनों पीपीपी मॉडल पर रेलवे गुड्स शेड का निर्माण तेजी से होगा।

By MritunjayEdited By: Published: Tue, 19 Jan 2021 05:54 AM (IST)Updated: Tue, 19 Jan 2021 06:23 PM (IST)
Indina Railways: धनबाद रेल मंडल ने विकसित किया देश का पहला पीपीपी मॉडल गुड्स शेड, फ्रेट सेवाओं में इजाफा का दावा
धनबाद रेल मंडल का भुरकुंडा रेलवे स्टेशन ( फाइल फोटो)।

धनबाद, जेएनएन। देश में लोडिंग के मामले में पिछले साल नंबर एक के पायदान पर खड़े धनबाद रेल मंडल इस बार कोरोना की वजह से पिछड़ गया है। पर नंबर वन का तमगा इसके सिर पर फिर से बंध गया है। पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल पर गुड्स शेड विकसित करने की अभी जहां देशभर में तैयारी चल रही है, वहीं धनबाद डिवीजन ने गुड्स शेड विकसित भी कर लिया है। सीआइसी सेक्शन के महत्वपूर्ण रोड साइड स्टेशन भुरकुंडा में ग्रीन फील्ड गुड्स शेड का निर्माण पूरा कर लिया गया है। डीआरएम आशीष बंसल ने ट्विटर पर इससे जुड़ी जानकारी भी शेयर की है।

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रेलवे की बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट ने पहले ही इसका खाका तैयार कर लिया था। निविदा की प्रक्रिया पूरी करने के बाद जयनंदिनी कमोडिटी प्राइवेट लिमिटेड को जल्द काम शुरू करने के निर्देश भी दिए गए हैं।  रेलवे बोर्ड ने रोड साइड स्टेशन पर निजी भागीदारी से गुड्स शेड निर्माण कराने संबंधी आदेश पिछले साल अक्टूबर में जारी किया था। बोर्ड के गाइड लाइन पर ही गुड्स शेड तैयार किया गया है। धनबाद डिवीजन इसे अपनी बड़ी उपलब्धि मान रहा है। डीआरएम ने माना है कि इससे फ्रेट सेवाओं में निजी भागीदारी बढ़ेगी जो गेम चेंजर होगा। निजी भागीदारी बढ़ने से रेलवे में गुड्स ट्रैफिक में बड़े पैमाने पर इजाफा हो सकता है। भुरकुंडा में बने गुड्स शेड से स्थानीय कामगारों के लिए रोजगार के अवसर भी खुल गए हैं। अब उन्हें मजदूरी करने दूसरे शहर नहीं जाना होगा।

रेलवे का मानना है कि भुरकुंडा में बना पीपीपी गुड्स शेड मिल का पत्थर साबित हो सकता है। धनबाद रेल मंडल को लोडिंग में बढ़त के साथ ही व्यवसायियों को सहूलियत मिलने की उम्मीद है। इससे व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। परिणाम सुखद रहा तो आने वाले दिनों पीपीपी मॉडल पर रेलवे गुड्स शेड का निर्माण तेजी से होगा।


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