Shravani Mela 2020: मेला से सरकार के हाथ खींचने के बाद बाबा मंदिर के चारों ओर सख्त पहरा, मुख्य द्वार तक नहीं पहुंच सकेंगे श्रद्धालु
देवघर में प्रत्येक साल श्रावणी मेला का आयोजन होता है। यह मेला एक महीने का होता है। यह आयोजन पूरे श्रावण मास में चलता है। इस दाैरान देश-दुनिया से प्रतिदिन लाखों श्रद्धालु आते हैं।
देवघर, जेएनएन। कोरोना के कारण झारखंड सरकार के स्तर से इस वर्ष श्रावणी मेला (Shravani Mela 2020) का आयोजन नहीं करने के निर्णय के बाद देवघर जिला प्रशासन ने बैद्यनाथ मंदिर जाने के सभी रास्तों पर सुरक्षा बढ़ी दी है। मंदिर के मुख्य द्वार समेत सभी रास्तों पर सुरक्षा का खासा बंदोबस्त किया गया है। कहीं भी श्रद्धालुओं की भीड़ न लगे इसके लिए दंडाधिकारियों और सशस्त्र बलों की प्रतिनियुक्ति की गई है। उपायुक्त नैंसी सहाय ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सरकार के आदेश का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया है।
देवघर में प्रत्येक साल श्रावणी मेला का आयोजन होता है। यह मेला एक महीने का होता है। यह आयोजन पूरे श्रावण मास में चलता है। इस दाैरान देश-दुनिया से प्रतिदिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु जलाभिषेक करने देवघर के बाबा मंदिर पहुंचते हैं। झारखंड सरकार ने इस वर्ष श्रावणी मेला का आयोजन नहीं करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय सोमवार को लिया गया। इसके बाद देवघर की उपायुक्त नैंसी सहाय के निर्देश पर कोविड-19 महामारी से बचाव एवं इसके संक्रमण को रोकने के उद्देश्य सभी धार्मिक प्रतिष्ठानों को हरहाल में बंद रखने कड़ा निर्देश दिया है।
दरअसल अनलॉक-1 में मिली रियायत के बाद ऐसा देखा जा रहा था कि बाबा मंदिर के प्रवेश द्वार पर काफी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ जमा हो रही थी। जिला प्रशासन ने यहां जमा हो रहे भीड़ को गंभीरता से लेते हुए कई स्थानों पर ड्रॉप ग्रेट बैरियर लगाने के साथ दंडाधिकारियों एवं पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति तीन पारियों में करने का निर्णय लिया है। प्रथम पाली सुबह चार बजे से 9.30 बजे तक किया गया है। द्वितीय पाली 9.00 बजे से शाम तीन बजे तक किया गया है। तृतीय पाली दोपहर 2.30 बजे से रात्रि आठ बजे तक किया गया है। इसके अलावा सीता होटल, लक्ष्मी चौक, बीएन झा पथ, हिन्दी विद्यापीठ, जलसार मोड़ के समीप प्रथम, द्वितीय व तृतीय पाली में दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है।