गांवों की जमीन आसमां पर, एक नंबर से सर्किल रेट में 16 फीसद तक बढ़ोत्तरी
ग्रामीण क्षेत्र में 98 प्रतिशत मौजा का सर्किल रेट 10 फीसद बढ़ाया गया है। वैसे ग्रामीण इलाके अर्बन क्षेत्र से सटे हुए हैं, उन दो प्रतिशत क्षेत्रों में 16 फीसद बढ़ोतरी की गई है।
धनबाद, जेएनएन। एक नवंबर से ग्रामीण क्षेत्रों की जमीन महंगी हो जाएगी, वहीं शहरी क्षेत्र को इसबार राहत मिल गई। शहरी क्षेत्र में अब अगले वर्ष अगस्त में जमीन का सरकारी रेट बढ़ेगा। राजस्व निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग ने उपायुक्तों को इसी अनुरूप कार्रवाई करने को कहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक दो वर्षों पर जमीन के दर का निर्धारण होता है। इसके तहत इस बार सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों की जमीन का सर्किल रेट बढ़ा दिया है। मूल रूप से ग्रामीण क्षेत्र माने जाने वाले 98 प्रतिशत मौजा का सर्किल रेट 10 फीसद बढ़ाया गया है। वहीं, वैसे ग्रामीण इलाके अर्बन क्षेत्र से सटे हुए हैं, उन दो प्रतिशत क्षेत्रों में 16 फीसद की बढ़ोतरी की गई है।
कैबिनेट ने 10 फीसद बढ़ाने का लिया था फैसलाः कैबिनेट ने जमीन की कीमत के निर्धारण में एकरूपता को ध्यान में रखकर वर्तमान दर में अधिकतम दस फीसद से अधिक की बढोतरी नहीं करने का फैसला लिया था, लेकिन इसके इतर जब सर्किल रेट जारी किया गया तो कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में 16 फीसद की बढ़ोतरी कर दी गई। वहीं इसके अलावा शहर हो अथवा गांव प्रत्येक दो वर्षों पर सर्किल रेट में बढ़ोतरी का कैबिनेट में फैसला लिया था। बताते चलें कि ग्रामीण क्षेत्रों में अबतक प्रत्येक दो साल पर तथा शहरी क्षेत्रों में हर साल नए सिरे से जमीन की कीमत का निर्धारण होता है।
ग्रामीण क्षेत्रों की जमीन का सर्किल रेट बढ़ा दिया गया है, जो एक नवंबर से लागू होगा। शहरी क्षेत्रों में वृद्धि नहीं की गई है। यहां अगले वर्ष वृद्धि की जाएगी।
- संतोष कुमार, जिला अवर निबंधक