रात में यहां अचानक बरसने लगते हैं पत्थर... दहशत में कट रही जिंदगी, लोगों का घरों से बाहर निकलना हुआ मुश्किल
ना यह कश्मीर है और ना ही कोई भूतिया इलाका। फिर भी यहां के लोग इन दिनों आसमान से बरसते पत्थरों से परेशान हैं। कुमारधुबी के रविदास टोला व मुगमा के भालुकसुंधा स्थित पैटर्नशाप के ग्रामीण इन दिनों पत्थरबाज गिरोह से परेशान हैं।
संवाद सहयोगी, कुमारधुबी/मुगमा (धनबाद): ना यह कश्मीर है और ना ही कोई भूतिया इलाका। फिर भी यहां के लोग इन दिनों आसमान से बरसते पत्थरों से परेशान हैं। कुमारधुबी के रविदास टोला व मुगमा के भालुकसुंधा स्थित पैटर्नशाप के ग्रामीण इन दिनों पत्थरबाज गिरोह से परेशान हैं। पिछले कई दिनों से यह गिरोह सक्रिय होकर लोगों के घरों में अचानक पत्थरबाजी कर देते हैं। इससे लोगों के घर क्षतिग्रस्त हो रहे हैं।
कई लोग अबतक इस पत्थरबाजी में घायल भी हो चुके हैं। कुमारधुबी के रविदास टोला के राजेश हाड़ी, मनोज रविदास, लैला देवी, शिवा रविदास, बिचका हाड़ी, अजय हाड़ी, राजेश हाड़ी, नमिता देवी, संध्या देवी, सरिता देवी, चेंगा हाड़ी का कहना है कि पिछले एक माह से अचानक घरों पर पत्थर गिरने लगते हैं। कहां से कैसे पत्थर आ रहे हैं, इसका पता नहीं चल रहा है। हमलोगों ने पत्थर फेंकने वालों को पकड़ने के लिए काफी प्रयासरत है, मगर वह हाथ नहीं आ रहा। पत्थरबाजी के भय से हमलोग अपने परिवार के साथ घर के अंदर छुपे रहते हैं। इन दिनों बिजली कटौती के कारण घर के अंदर रहना दूभर हो गया है। बाबजूद हमलोग पत्थरबाजी के भय से बाहर नहीं निकल रहे। बीबी, बच्चों के साथ घर के अंदर छुपे रहना पड़ रहा है। टोला सुनसान हो गया है।
इधर, बगानधौड़ा में भी पत्थरबाजी की शिकायत आ रही है। कुमारधुबी ओपी की पुलिस को भी इसकी सूचना दे दी गई है। ओपी प्रभारी ललन प्रसाद सिंह ने बताया कि वे गश्ती दल भेजकर मामले की जानकारी ली है, लेकिन अभी तक पता नहीं चल पाया है। जैसे ही पता चलता है उसे पकड़ कर कार्रवाई की जाएगी। इधर भालुकसुंधा के पैटर्नशाप में पिछले लगभग एक सप्ताह से रात में किसी भी समय अचानक पत्थरबाजी शुरू हो जाती है। इससे ना सिर्फ घरों की छत क्षतिग्रस्त हो रही है, बल्कि लोगों के घायल होने का खतरा बना रहता है।
पैटर्नशाप के ग्रामीणों में विक्की शर्मा, अर्जुन शर्मा, राम भजन महतो, प्रदीप शर्मा, अशोक शर्मा, देमा शर्मा का कहना है कि कहां से कैसे पत्थर आ रहे हैं, इसका पता नहीं चल रहा है। हमलोग पत्थर फेंकने वालों को पकड़ने के लिए प्रयासरत हैं। पत्थरबाजी के भय से हमलोग अपने परिवार के साथ घर के अंदर छुपे रहते हैं।