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Jharkhand: जीटी रोड पर हादसे में लोको पायलट और कोलकर्मी की मौत, हजारीबाग से आ रहे थे धनबाद

त्रिपुरारी एवं रंजीत दोनों मित्र थे। दोनों ग्लैमर बाइक से घर से ड्यूटी जा रहे थे। बाइक रंजीत चला रहा था। रास्ते में सुबह करीब छह बजे पीछे से आ रहे एक वाहन ने टक्कर मार दी।

By MritunjayEdited By: Published: Sat, 23 May 2020 09:05 AM (IST)Updated: Sat, 23 May 2020 05:50 PM (IST)
Jharkhand: जीटी रोड पर हादसे में लोको पायलट और कोलकर्मी की मौत, हजारीबाग से आ रहे थे धनबाद
Jharkhand: जीटी रोड पर हादसे में लोको पायलट और कोलकर्मी की मौत, हजारीबाग से आ रहे थे धनबाद

गिरिडीह, जेएनएन। गिरिडीह शहर से सटे जोड़ा पहाड़ी के निकट सड़क हादसे में पांच लोगों की मौत के सदमे से लोग अभी उबरे भी नहीं थे कि शनिवार की सुबह गिरिडीह जिले में फिर एक बड़ा सड़क हादसा हो गया। जीटी रोड में डुमरी-तोपचांची के बीच जरूआटुंडा के निकट अज्ञात वाहन ने एक बाइक को टक्कर मार दी। इससे बाइक सवार लोको पायलट समेत दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई।

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मृत दोनों युवक हजारीबाग जिले के चौपारण थाना अंतर्गत हजारी धमना गांव के रहने वाले थे। सूचना पाकर निमियाघाट के थाना प्रभारी विकास पासवान मौके पर पहुंचे। दोनों शवों को उठाकर थाना लाया गया। बाद में जानकारी पाकर मृतकों के परिजन थाना पहुंचे और शवों की पहचान की। दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह सदर अस्पताल भेज दिया गया। मृत लोको पायलट त्रिपुरारी सिंह धनबाद जिले के गोमो में कार्यरत थे जबकि दूसरा मृतक रंजीत राणा धनबाद जिले के बाघमारा एरिया के बेनीडीह कोलियरी में ऑउटसोर्सिंग कंपनी में पोकलेन ऑपरेटर था।

त्रिपुरारी एवं रंजीत दोनों मित्र थे। दोनों ग्लैमर बाइक से घर से ड्यूटी जा रहे थे। बाइक रंजीत चला रहा था। रास्ते में सुबह करीब छह बजे पीछे से काफी तेज गति से आ रहे एक वाहन ने बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही दोनों युवक जमीन पर गिर पड़े। हादसे के बाद चालक वाहन लेकर भाग गया। सुबह का समय एवं सुनसान जगह होने के कारण टक्कर मारने वाले वाहन के बारे में कुछ पता नहीं चल सका। टक्कर की आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे। दोनों का क्षत-विक्षत शव सड़क पर पड़ा था। निमियाघाट थाना पहुंचे मृतक रंजीत राणा के अनुज पंकज राणा, चचेरे भाई नागेंद्र राणा एवं दीपक राणा शव को देखते ही फूट-फूटकर रोने लगे। बहुत मुश्किल से सभी को शांत कराया गया।

पंकज राणा ने बताया कि 30 वर्षीय उसके बड़े भाई रंजीत राणा ने चार साल पूर्व आउटसोर्सिंग कंपनी में नौकरी पकड़ी थी। सात साल पूर्व उनकी शादी हुई थी। उनकी दो मासूम बेटी है। कैसे अब उनकी परवरिस होगी। रंजीत बाइक से ड्यूटी जा रहे थे। उनका मित्र त्रिपुरारी सिंह भी साथ ड्यूटी जाने निकला था। एक ही इलाके में दोनों की ड्यूटी थी। कौन जानता था कि दोनों फिर लौटकर नहीं आएंगे। उन्होंने बताया कि 28 वर्षीय त्रिपुरारी सिंह ने चाल साल पूर्व रेलवे में नौकरी पकड़ी थी। दो साल पहले उनकी शादी हुई थी। उनकी एक मासूम बेटी है। दोनों परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट गया है।


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