सीके साइडिंग मामले में बीसीसीएल बैकफुट पर, अदालत से कहा- यूनियन-प्रबंधन की लड़ाई थी, आगे नहीं लड़ना चाहते मुकदमा
सीके साइडिंग बवाल को लेकर बीसीसीएल प्रबंधन ने निरसा के पूर्व विधायक अरूप चटर्जी मासस जिलाध्यक्ष बिंदा पासवान बीसीकेयू के केंद्रीय सचिव सुरेश गुप्ता समेत मासस बीसीकेयू एवं जनता मजदूर संघ के दर्जनों नेताओं पर दर्ज दोनों मुकदमों को वापस लेने के लिए अदालत को लिखकर दे दिया है।
धनबाद [दिलीप सिन्हा]: सीके साइडिंग बवाल को लेकर बीसीसीएल प्रबंधन ने निरसा के पूर्व मासस विधायक व जेबीसीसीआइ सदस्य अरूप चटर्जी, मासस जिलाध्यक्ष बिंदा पासवान, बीसीकेयू के केंद्रीय सचिव सुरेश गुप्ता समेत मासस, बीसीकेयू एवं जनता मजदूर संघ के दर्जनों नेताओं पर दर्ज दोनों मुकदमों को वापस लेने के लिए अदालत को लिखकर दे दिया है।
प्रबंधन ने अदालत को बताया है कि यह विवाद प्रबंधन और यूनियन के बीच का था जिसे वार्ता से सुलझा लिया गया है। प्रबंधन दोनों ही मुकदमों को आगे लड़ना नहीं चाहता है। इस कारण दोनों मुकदमों को वापस ले लिया जाए। जेल में बंद बिंदा पासवान समेत पांच नेताओं के मामले में बस्ताकोला के मैनेजर अजय कुमार ने अदालत में लिखित दिया है।
इधर, अरूप चटर्जी समेत अन्य पर दर्ज मामले में बस्ताकोला के एजेंट अशोक कुमार शर्मा ने समझौता की लिखित जानकारी दी है। अभी इस मामले में अदालत का फैसला आना बाकी है। मुकदमा वापस लेने के लिए बीसीसीएल ने अदालत में लिखित दिया है, इसकी पुष्टि पूर्व विधायक अरूप चटर्जी ने की है। उन्होंने बताया कि समझौता के अनुसार बीसीसीएल ने ऐसा किया है
बिंदा पासवान समेत पांचों यूनियन नेताओं को जमानत में मिलेगी सहूलियत
कानून के जानकार बताते हैं कि बीसीसीएल प्रबंधन के अदालत को समझौता की लिखित जानकारी देने के बाद इस मामले में जेल में बंद मासस जिलाध्यक्ष बिंदा पासवान, बीसीकेयू के केंद्रीय सचिव सुरेश गुप्ता, कामता पासवान, राजेंद्र यादव एवं शंकर रवानी को जमानत मिलने में सहूलियत हो सकती है। इधर, बिंदा समेत जेल में बंद पांचों आरोपितों ने अदालत से इसी आधार पर जमानत के लिए आवेदन दिया है। इस पर अभी सुनवाई होना बाकी है।
246 मजदूर हो चुके हैं बेरोजगार
सीके साइडिंग को बंद कर आउटसोर्सिंग कंपनी के हवाले कर दिया गया है। इससे वर्षों से वहां काम करने वाले 246 मजदूर बेरोजगार हो गए हैं। इन मजदूरों को रोजगार की गारंटी देने के लिए बीसीकेयू और मासस यहां आंदोलन कर रही थी। उत्पादन व डिस्पैच बाधित हो गया था। बस्ताकोला के मैनेजर अजय कुमार ने इस पर रंगदारी, सरकारी काम में बाधा डालने एवं मारपीट का आरोप लगाते हुए मासस एवं बीसीकेयू नेताओं पर प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इस मामले में मासस जिलाध्यक्ष बिंदा पासवान समेत पांच मजदूर नेताओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। इसके विरोध में सभा करने पर बस्ताकोला के एजेंट अशोक कुमार शर्मा ने पूर्व विधायक अरूप चटर्जी समेत 12 नामजद व 50 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी।