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सीएम से संवाद में अपर्णा ने पांड्रा रेफरल अस्पताल चालू करने का दिया सुझाव

संवाद सहयोगी निरसा कोरोना महामारी की रोकथाम को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व स्वास्थ्य

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 May 2021 09:32 PM (IST)Updated: Wed, 12 May 2021 09:32 PM (IST)
सीएम से संवाद में अपर्णा ने पांड्रा रेफरल अस्पताल चालू करने का दिया सुझाव
सीएम से संवाद में अपर्णा ने पांड्रा रेफरल अस्पताल चालू करने का दिया सुझाव

संवाद सहयोगी, निरसा : कोरोना महामारी की रोकथाम को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से विधायकों व सांसदों के साथ बैठक की और उनके सुझाव मांगे। इस कड़ी में निरसा विधायक अपर्णा सेनगुप्ता ने मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री को अपना सुझाव देते हुए कहा कि कोरोना महामारी के फैलाव को देखते हुए निरसा विधानसभा स्थित पांड्रा रेफरल अस्पताल को जल्द से जल्द चालू कराया जाए।

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निरसा विधानसभा के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना महामारी अपना पैर पसार रहा है। कई लोगों की जान चली गई है। इस अस्पताल के चालू हो जाने से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को इलाज कराने में सहायता मिल पाएगी और जिला के अस्पतालों का भार भी कम होगा। उन्होंने कहा कि झारखंड में कोरोना संक्रमण से कई पत्रकारों की जान चली गई है। प्रदेश के पत्रकार इस कोरोना काल में जान जोखिम में डालकर अपने कर्तव्यों का निर्वाह कर रहे हैं। वास्तविकता को जन-जन तक पहुंचाने वाले पत्रकार भी कोरोना योद्धा हैं। पत्रकारों को भी अग्रिम पंक्ति के कर्मियों को दी जाने वाली सभी सुविधाओं का लाभ दिया जाए। अपर्णा ने कहा कि कोविड-19 में ड्यूटी करते हुए कोरोना से ग्रसित होकर कई बीआरपी व सीआरपी की मृत्यु हुई है। दुर्भाग्यपूर्ण है कि बीआरपी व सीआरपी की मृत्यु होने पर किसी प्रकार का कोई भी लाभ नहीं दिया जा रहा है। इसके कारण उनका परिवार सड़क पर आ गया है, जबकि अन्य राज्यों में संविदा कर्मियों को भी कोविड-19 में ड्यूटी करते हुए मृत्यु होने पर पर 50 लाख का बीमा दिया गया है। उसी तर्ज पर झारखंड में भी संविदा कर्मियों को इसका लाभ दिया जाए।

निरसा विधानसभा क्षेत्र में एमपीएल, डीवीसी, ईसीएल, बीसीसीएल के अलावा भी कई सारी बड़ी-बड़ी कंपनियां संचालित हैं। कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए इनकी भूमिका निराशाजनक हैं। क्षेत्र में इन बड़ी-बड़ी कंपनियों द्वारा सैनटिाइज करने की व्यवस्था तक नहीं की गई है। ना ही अपने कर्मचारियों को कोरोना से बचाने के लिए मास्क, फेस मास्क, सैनिटाइजर, हैंड ग्लब्स ही दिया जा रहा है। इस कारण कई कर्मियों की जान तक जा चुकी है। उपरोक्त कंपनियों को निर्देश दिया जाए कि अपने कर्मियों को सुविधा व आसपास के क्षेत्रों को सैनिटाइज करें।


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