Indian Railways IRCTC: आप आरक्षित टिकटों पर अंकित कोड को कितना समझते हैं, इसी में छिपा होता कंफर्म होने की गांरटी की संभावना
Indian Railways IRCTC ट्रेनों में यात्रा करने के लिए आपने कभी न कभी तो स्लीपर एसी चेयर कार के लिए रिजर्वेशन कराया ही होगा। टिकट कराने के बाद आपने टिकट पर लिखे कोड को जानने की कोशिश की है कि इसका मतलब क्या होता है ?
जागरण संवाददाता, धनबाद। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए रेलवे ने 22 मार्च, 2020 को एकाएक मेल-एक्सप्रेस और पैसेंजर्स सभी ट्रेनों को रोक दिया था। कोरोना संक्रमण कम हुआ तो एक-एक कर पटरी पर ट्रेनें आने लगीं। अब धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो चली है। रेल में चलने वालों की संख्या भी पहले जैसी हो चली है। साथ ही दुर्गा पूजा, दीपावली और छठ जैसे पर्व भी नजदीक आ रहे हैं। ऐसे में ट्रेनों में आरक्षित टिकटों की चिंता यात्रिओं को सजा रही हैं। धनबाद से खुलने वाली ज्यादातर ट्रेनों की सीटें फुल हो चली हैं। इसी के साथ आरक्षित टिकटों के लिए मारामारी भी शुरू हो चुकी है। त्योहारी सीजन में बड़ी मुश्किल से कन्फर्म टिकट मिल पाता है।
टिकटों पर अंकित होती महत्वपूर्व जानकारी
ट्रेनों में यात्रा करने के लिए आपने कभी न कभी तो स्लीपर, एसी, चेयर कार, के लिए रिजर्वेशन कराया ही होगा। टिकट कराने के बाद आपने टिकट पर लिखे RLWL या CKWL भी लिखा देखा होगा। लेकिन क्या आपने ये जानने की कोशिश की है कि इसका मतलब क्या होता है। इसके अलावा जिस PNR नंबर का इस्तेमाल कन्फर्म टिकट के लिए देखते हैं। उसका मतलब क्या होता है। अगर नहीं जानते तो ये खबर आपके लिए महत्वपूर्ण है। टिकट के वेटिंग से जुड़ी तमाम जानकारियां हैं। आपको बता दें कि ट्रेन के टिकट में कई महत्वपूर्ण जानकारियां छिपी होती हैं। अगर आपका टिकट वेटिंग लिस्ट में है, तो आपको ये पता होना चाहिए कि वो वेटिंग के किस कैटेगरी में है। आइए जानते हैं विशेष कोड का मतलब...
जनरल वेटिंग लिस्ट (GWL)
टिकट पर लिखे इस शार्ट फॉर्म का मतलब जनरल वेटिंग लिस्ट होता है। टिकट में यह तब लिखा जाता है, जब कोई यात्री किसी प्रारंभिक स्टेशन से या उसके आसपास के स्टेशनों से यात्रा शुरू करता है. वेटिंग लिस्ट में इसे सबसे सामान्य श्रेणी में रखा गया है। इसमें यात्री की टिकट कंफर्म होने की सबसे ज्यादा संभावना होती है।
रिमोट लोकेशन वेटिंग लिस्ट (RLWL)
रेलवे टिकट पर लिखे इस शॉर्ट फॉर्म का मतलब रिमोट लोकेशन वेटिंग लिस्ट होता है। यह तब लिखा जाता है जब दो बड़े स्टेशनों के बीच कोई ऐसा स्टेशन जहां से अधिक ट्रेनें मौजूद ना हों, ऐसी स्थिति में वहां के यात्री को किसी के टिकट कैंसलेशन पर पहले सीट दी जाएगी। तो मतलब आपकी टिकट कंफर्म की जिम्मेदारी दूसरे के कैंसलेशन पर ही निर्भर करती है। इसमें टिकट कंफर्म की संभावना कम ही होती है।
तत्काल कोटा वेटिंग लिस्ट (TQWL)
पहले इसका नाम CKWL था लेकिन साल 2016 के बाद इसे बदलकर TQWL कर दिया गया, जिसका मतलब तत्काल कोटा वेटिंग लिस्ट होता है। इसमें आपका टिकट तब कंफर्म होगा जब तत्काल सूची का टिकट कैंसिल होता है। इस श्रेणी में आपको RAC का ऑप्शन भी नहीं मिलता है। हालांकि टिकट कंफर्म नहीं होने की स्थिति में टिकट खुद-ब-खुद कैंसिल होकर पैसे आपके खाते में आ जाता है।
पूल्ड कोटा वेटिंग लिस्ट PQWL
PQWL यानी पूल्ड कोटा वेटिंग लिस्ट। इसमें कुछ छोटे स्टेशनों के लिए कोटा जारी किया जाता है। यह वेटिंग लिस्ट एक किसी बड़े क्षेत्र के कई छोटे-छोटे स्टेशनों के लिए होती है। हालांकि इस वेटिंग लिस्ट को क्लियर होने के लिए अपने कोटे से किसी कैंसिलेशन की जरूरत होती है। इसमें टिकट उन यात्रियों को ही टिकट दिया जाता है, जो ट्रेन के शुरुआत से कुछ स्टेशन तक ही सफर करते है।
रिक्वेस्ट कोटा वेटिंग लिस्ट ( RQWL)
यह टिकट की सबसे अखिरी वेटिंग लिस्ट है, जिसका मतलब रिक्वेस्ट कोटा वेटिंग लिस्ट होता है। अगर ट्रेन के रूट में कोई पूल्ड कोटा नहीं है तो इस तरह की वेटिंग लिस्ट को बनाया जाता है। पूल्ड कोटा मतलब जब कोई यात्री लंबी दूरी की ट्रेन में बीच के किन्ही दो स्टेशनों के बीच यात्रा करता है और उसकी टिकट वेटिंग आती है तो वह टिकट PQWL वेटिंग लिस्ट में जाती है। इस तरह के टिकटों के कन्फर्म होने की संभावना बहुत ही कम होती है।
पैसेंजर नेम रिकार्ड (PNR)
यह नंबर हमारी आपकी टिकट का सबसे जरूरी हिस्सा होता है। टिकट के सबसे ऊपर लेफ्ट साइड यह नंबर एक बॉक्स में बना होता है। यह नंबर सफर करने वाले को यात्रा के संबंध में जानकारी भी देता है। पैसेंजर नेम रिकार्ड (PNR) से अन्य जानकारियों के अलावा कोच, सीट नंबर और किराए की जानकारी भी मिलती है। यह नंबर ट्रेन के टीसी के पास भी होता है। जो इसी नंबर से आपके टिकट और सीट होने की पुष्टि करता है।