Illegal mining accident: बीसीसीएल की बंद शताब्दी परियोजना में अवैध खनन के दौरान मलबे में दबने से भाई की मौत, बहन जख्मी
Illegal mining accident घटना के संबंध में न तो परिवार के लोग कुछ बोलने को तैयार हैं और न ही गांव वाले। गांव में लोगों की खामोशी दुघर्टना की गवाही दे रही है।
बरोरा, जेएनएन। Illegal mining accident बरोरा थाना के मंडल केंदुआडीह गांव से सटी शताब्दी परियोजना की बंद खदान में मंगलवार को अवैध कोयला उत्खनन करने बहन के साथ गए भाई की मलबे में दबकर मौत हो गई, जबकि बहन जख्मी हो गई। उसका इलाज कतरास के एक निजी अस्पताल में चल रहा है। मृतक 30 वर्षीय युवक उमेश यादव चतरा जिले के प्रतापपुर का रहनेवाला था। गांव वालों ने घटनास्थल से शव को निकाल कर अंतिम संस्कार के लिए भेज दिया। उमेश यहां बहन के यहां घर आया हुआ था। बहन के साथ वह कोयला का अवैध खनन करने गया था।
घटना के संबंध में न तो परिवार के लोग कुछ बोलने को तैयार हैं और न ही गांव वाले। गांव में लोगों की खामोशी दुघर्टना की गवाही दे रही है। पुलिस ऐसी घटना होने से इन्कार कर रही है। लोग अवैध उत्खनन में हो रही मौत के लिए पुलिस व प्रबंधन को दोनों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैैं। कहा कि अवैध उत्खनन के मुंहाने को बंद कर दिया गया होता तो ऐसी घटना नहीं होती। मालूम हो कि दो माह के अंदर फुलारीटांड़ शताब्दी परियोजना में अवैध खनन के दौरान मौत की यह तीसरी घटना है।
जब काल बुलाए तो कोई रोक ना पाए
कहते हैं जब किसी को काल का बुलाता आता है तो उसे कोई नहीं रोक सकता। उमेश के साथ भी मंगलवार को ऐसा ही हुआ। उमेश सुबह घर चतरा जाने के लिए जीजा के साथ निकला था। डुमरा मोड़ पर आने के बाद उसे गाड़ी नहीं मिली। कुछ देर बाद उमेश की बहन कोयला लाने निकली। पीछे से भाई भी चला गया। बहन तो जख्मी हालत में घर लौट आई, लेकिन उमेश नहीं लौटा। वहां से उसका शव ही आया। इसे कहते हैं विधि का विधान।
ऐसी कोई घटना की जानकारी नहीं मिली है। जानकारी मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
-विनोद शर्मा, थानेदार, बरोरा थाना