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डोंट वरी, YOURDOST है न ! दिल टूटने की टीस हो या पढ़ाई में पिछड़ने की पीड़ा खुलकर बताएं Dhanbad News

Yourdost आइआइटी-आइएसएम धनबाद के छात्रों के दिल टूटने से लेकर मार्क्स छूटने तक की अब काउंसिलिंग होगी। इसके लिए आइआइटी-आइएसएम ने योरदोस्त के साथ समझाैता किया है।

By MritunjayEdited By: Published: Mon, 20 Jan 2020 03:47 PM (IST)Updated: Mon, 20 Jan 2020 03:47 PM (IST)
डोंट वरी, YOURDOST है न ! दिल टूटने की टीस हो या पढ़ाई में पिछड़ने की पीड़ा खुलकर बताएं Dhanbad News
डोंट वरी, YOURDOST है न ! दिल टूटने की टीस हो या पढ़ाई में पिछड़ने की पीड़ा खुलकर बताएं Dhanbad News

धनबाद [ मृत्युंजय पाठक ]। उच्च और तकनीकी शिक्षण संस्थानों में घोषित रूप से शिक्षा और तकनीक के विभिन्न विषयों की पढ़ाई होती है। पढ़ाई के साथ-साथ बहुतेरे छात्र-छात्राएं प्रेम का पाठ भी पढ़ते हैं। हालांकि यह घोषित विषय नहीं होता है। इसे पढ़ने वाले भी चोरी-चोरी और छुप-छुपकर पढ़ते हैं। इसमें फेल होने और पास होकर भी साथ छूट जाने पर दिल टूट जाता है। टूटे हुए दिल को लेकर कइयों के दिल-दिमाग में अवसाद का संक्रमण काल शुरू होता है। कुछ तो समय बीतने के साथ संभल जाते हैं और कुछ इस मर्ज के इतने गंभीर मरीज बन जाते हैं कि आत्महत्या जैसे कदम उठा लेते हैं। छात्र-छात्राओं के बढ़ रहे आत्महत्या के मामलों का एक कारण प्यार-मोहब्बत का पाठ भी है। गंभीर होती जा रही इस समस्या के समाधान के लिए देश के अग्रणी शैक्षणिक संस्थानों में शामिल IIT में पढ़ने वाले छात्रों के दिल टूटने की भी अब काउंसलिंग की जा रही है। 

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Yourdost और IIT-ISM के बीच MOU 

आइआइटी-आइएसएम धनबाद के छात्रों के दिल टूटने से लेकर मार्क्स छूटने तक की अब काउंसिलिंग होगी। इसके लिए आइआइटी-आइएसएम ने योरदोस्त के साथ समझाैता किया है। आईआईटी में पढ़ने वाले छात्रों के तनाव को कम करने के लिए संस्थान ने अनोखा कदम उठाया है। अवसाद और तनाव में आकर गलत कदम न उठा लें, इसे ध्यान में रखते हुए  24 घंटे ऑनलाइन काउंसलिंग की सुविधा दी जाएगी। ऑनलाइन योरदोस्त के साथ एमओयू किया गया है। यह प्यार में दिल टूटने का मामला हो या फिर परीक्षा में अंकों के छूटने का हर तरह की समस्याओं से बाहर निकलने के तरीके बताएगा। ऑनलाइन काउंसलिंग में अपनी पहचान बनाने वाले इस ऐप के माध्यम से आईआईटी के छात्र अपनी समस्या को दूर कर पाएंगे।

योरदोस्त एप में फोन या वीडियो कॉल से छात्र बता सकते अपनी समस्या  

योरदोस्त एप में फोन पर बात कर या फिर वीडियो कॉल के माध्यम से छात्र-छात्राएं अपनी समस्या बता सकते हैं। 600 से अधिक एक्सपोर्ट इस ऑनलाइन ऐप के माध्यम से जवाब देने के लिए बैठे रहते हैं।आईआईटी समेत देश के नामी उच्च तकनीकी संस्थान में आए दिन आत्महत्या जैसे मामले बढ़ रहे हैं। इसे कम करने के लिए यह कदम उठाया गया है। इस एप से करियर,  कॉन्फिडेंस और शादी-प्यार से संबंधित समस्याओं से जुड़े सवाल किए जा सकते हैं। योरदोस्त एप में 3 एक्सपोर्ट काउंसलिंग साइकोलॉजिस्ट मॉनिटरिंग करने के लिए बैठे रहते हैं। इनमें इंचरा शिवरामू, रोहिणी सिंह और दिव्या कुमारी शामिल हैं। इनसे भी अलग-अलग से बात करने के लिए समय लिया जा सकता है। फिलहाल देश के 80 हजार से अधिक लोग इस ऐप के माध्यम से जुड़कर अपनी समस्याओं को दूर कर रहे हैं। 

24 घंटे चालू टॉल फ्री नंबर 

इस एप पर कॉल से लेकर चैट तक की मिलेगी दी जा रही है। आइआईटी के छात्र अपनी समस्याओं को चाहे तो कॉल करके बता सकते हैं। इतना ही नहीं उन्हें व्हाट्सएप चैट या वीडियो कॉल करने की सुविधा दी जाएगी। इसमें छात्रों की सभी बातों से निजता का पूरा ख्याल रखा जाएगा। हेल्पलाइन नंबर 1860 266 2345 पर कॉल कर अपनी बातों को रख सकते हैं। 

छात्र-छात्राओं में तनाव और अवसाद जैसी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन काउंसिलिंग के लिए योरदोस्त एप के साथ आइआइटी-आइएसएम ने करार किया है। किसी भी प्रकार की समस्या होने पर छात्र-छात्रा कॉल या चैट के माध्यम से काउंसलिंग की सुविधा प्राप्त कर सकते हैं। छात्र-छात्राओं की पहचान सार्वजनिक नहीं होगी। काउंसिलिंग गोपनीय और मुफ्त होगी। उद्देश्य यह है कि संस्थान में पढ़ने वालों का माइंड डायवर्ट न हो। माइंड डायवर्ट होने पर ही छात्र-छात्राओं का मन पढ़ाई में नहीं लगता है। 

- प्रो. धीरज कुमार, डीन (इंटरनेशनल एलुमनी अफेयर्स) 


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