शहीदों के परिजन का सहारा बनेंगे धनबाद के आइआइटियन
उड़ी में मारे गए शहीदों के सम्मान में पूरा देश खड़ा है। रविवार को धनबाद आइआइटी के छात्रों ने भी उनके सम्मान व संवेदना में कैंडल मार्च निकाला। इन सबसे दो कदम आगे आइआइटी धनबाद के छात्रों ने शहीदों के परिजनों का ताउम्र सहारा बनने की नई पहल शुरू की है।
जागरण संवाददाता, धनबाद। उड़ी में मारे गए शहीदों के सम्मान में पूरा देश खड़ा है। रविवार को धनबाद आइआइटी के छात्रों ने भी उनके सम्मान व संवेदना में कैंडल मार्च निकाला। इन सबसे दो कदम आगे आइआइटी धनबाद के छात्रों ने शहीदों के परिजनों का ताउम्र सहारा बनने की नई पहल शुरू की है। इसके तहत यहां के छात्र सहयोग राशि इकट्ठा कर खुद उनके घर जाएंगे और उनके परिजनों का हाल जान उनकी हरसंभव मदद करेंगे। इतना ही नहीं उन्हें भविष्य में किसी परेशानी से उबरने में दिक्कत न हो इस लिहाज से, ये छात्र अपना मोबाइल नंबर व ईमेल-आइडी उन्हें देकर आएंगे। ताकि, जरूरत पडऩे पर उन्हें मदद पहुंचाई जा सके।
दुख में शरीक होने को तीन हजार छात्रों ने लिखा पत्र
इतना ही नहीं शहीदों के परिजनों को मानसिक रूप से सहयोग देकर उन्हें मजबूती प्रदान करने के लिए आइएसएम के करीब तीन हजार छात्रों ने शहीदों के परिजनों को सांत्वना पत्र भी लिखा है। ये आइआइटियन पत्र को तो पोस्ट के माध्यम से भेजेंगे, लेकिन सहयोग राशि को शहीदों के घर जाकर उनके परिजनों को सौंपेंगे। यहां के छात्र यशवंत ने बताया कि यहां से छात्रों की एक टीम शहीदों के घर जाएगी और उन्हें उनकी समस्या के हिसाब से आर्थिक सहयोग करेगी। साथ ही मोबाइल नंबर व ईमेल के माध्यम से हमेशा ही उनके संपर्क में रहेगी।
रविवार को गांधी जयंती उड़ी के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए इन आइआइटियन ने मोमबत्ती जुलूस निकाला। जो पूरे परिसर का भ्रमण करते हुए अपर ग्राउंड में समाप्त हुआ। इस दौरान शहीदों को नमन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।