आइआइटी आइएसएम में शुरू होगी बीटेक मेटलर्जी की पढ़ाई
धनबाद आइआइटी आइएसएम के निदेशक प्रो. राजीव शेखर अब क्लासरूम में छात्रों को पढ़ाते हुए नजर
धनबाद : आइआइटी आइएसएम के निदेशक प्रो. राजीव शेखर अब क्लासरूम में छात्रों को पढ़ाते हुए नजर आएंगे। जी हा, आइआइटी कानपुर की तर्ज पर अब आइआइटी आइएसएम में भी मेटलर्जी इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू होने जा रही है। मेटलर्जी इंजीनियरिंग के जाने-माने दिग्गज प्रोफेसरों में शुमार प्रो. शेखर ने इस विषय की पढ़ाई को शुरू करने को लेकर काफी प्रयास किया और आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई। मंगलवार को हुई सीनेट की बैठक में मेटलर्जी विषय को मंजूरी मिल गई। अब खुद निदेशक छात्रों की क्लास लेंगे।
आइआइटी निदेशक मेटलर्जी इंजीनियरिंग में कई बड़े शोध और परियोजनाओं पर काम कर चुके हैं। प्रोफेसर राजीव शेखर का नाम विख्यात मेटलर्जी विशेषज्ञों में लिया जाता है। सीनेट की बैठक में फ्यूल एंड मिनिरल इंजीनियरिंग का नाम बदलकर डिपार्टमेंट ऑफ फ्यूल मिनरल्स एंड मेटलर्जी इंजीनियरिंग का प्रस्ताव पारित कर दिया गया। नए शैक्षणिक सत्र से चार वर्षीय बीटेक इन मेटलर्जी इंजीनियरिंग में पढ़ाई होगी। संस्थान के कई विषयों के कोर्स में बदलाव भी किया जाएगा। इसको लेकर सभी विभागाध्यक्ष ने कोर्स स्ट्रक्चर तैयार करना शुरू कर दिया है। जल्द ही कोर्स स्ट्रक्चर को तैयार कर यूजीसी को भेजा जाएगा, ताकि शैक्षणिक सत्र 2020-21 से नया कोर्स शुरू किया जा सके। इसके अलावा बैठक में पूर्ववर्ती छात्रों के सहयोग से बनने वाले टिंकरिंग लैब को भी हरी झडी दी गई। इसपर 1.2 मिलियन यूएस डॉलर खर्च होंगे। अब बोर्ड की बैठक में इन सारे प्रस्तावों औपचारिक मुहर लगाई जाएगी।