IIT ISM Dhanbad: सर हॉस्टल में रहने दीजिए...कोरोना के कारण एक साल बर्बाद हो गया है; हमें घर नहीं जाना
सर हमेंं हॉस्टल में रहने दीजिए। हम सभी कोविड नियमों का पूरी तरह से पॉलन करते हुए सतर्कता बरतेंगे। कोरोना के कारण एक साल बर्बाद हो गया है। अब फिर घर जाने को कहा जा रहा है। छात्रावास खाली कराने के प्रबंधन का निर्णय सही नहीं है।
धनबाद, जेएनएन : सर हमेंं हॉस्टल में रहने दीजिए। हम सभी कोविड नियमों का पूरी तरह से पॉलन करते हुए सतर्कता बरतेंगे। कोरोना के कारण एक साल बर्बाद हो गया है। अब फिर घर जाने को कहा जा रहा है। छात्रावास खाली कराने के प्रबंधन का निर्णय सही नहीं है। सभी सीनियर छात्र हैं।
आइआइटी आइएसमए पीएचडी के छात्रों का कहना है। आइआइटी आइएसएम में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने के बाद संस्थान ने 30 अप्रैल तक हॉस्टल खाली करने का निर्देश दिया है। पीएचडी के छात्रों ने प्रबंधन के इस निर्णय का विरोध किया था।
छात्रों का कहना था कि कोरोना के कारण हम सभी का एक साल बर्बाद हो गया है। इस दौरान छात्र प्रयोगशाला में एक्सपेरिमेंटल नहीं कर सके। अब अचानक प्रबंधन ने छात्रावास खाली करने को कहा है। ऐसे में और समय बर्बाद हो जाएगा। पढ़ाई ऑनलाइन किया जा सकता है। पर प्रेक्टिकल कैसे होगा।
हॉस्टल खाली करने के निर्णय पर प्रबंधन एक बार फिर से विचार करे पीएचडी छात्रों की पढ़ाई के साथ-साथ उनके प्रेक्टिकल को सुनिश्चित किया जा सके। शनिवार को करीब 166 छात्र-छात्राओं ने छात्रावास खाली कर अपने घर वापस लौट गए। आदेश के बाद अब तक करीब 300 से भी अधिक छात्र-छात्राओं ने कैंपस छोड़ दिया है। वहीं रविवार तक सभी छात्र हॉस्टल खाली कर देंगे।
बताते चले कि आइआइटी आइएसएम कैंपस में करीब 45 से भी अधिक प्रोफेसर, कर्मचारी और छात्र कोरोना संक्रमित हो गए हैं। कोराेना से बिगड़ते हालात को देखते हुए संस्थान ने 30 तक हॉस्टल खाली करने का आदेश जारी किया है। वहीं पीएचडी के छात्रों को आइआइटी प्रबंधन की ओर से भरोसा दिया गया है कि छात्रों का समय बर्बाद होने नहीं दिया जाएगा। छात्रों के हित में उचित निर्णय लिया जाएगा ताकि वे बेहतर ढ़ंग से प्रयोगित और पढ़ाई कर सकें।