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IIT ISM: आइआइटी आइएसएम ने 214 छात्र-छात्राओं को किया बर्खास्त

आइआइटी आइएसएम ने 214 छात्रों को पढ़ाई से बर्खास्त कर दिया है। आइआइटी आइएसएम ने छात्र-छात्राओं पर बड़ा एक्शन लिया है। ऐसा पहली बार है जब संस्थान ने इस तरह का कठोर निर्णय किया है। इससे कैंपस में हलचल है।

By Atul SinghEdited By: Published: Thu, 10 Dec 2020 04:50 PM (IST)Updated: Thu, 10 Dec 2020 04:50 PM (IST)
IIT ISM: आइआइटी आइएसएम ने 214 छात्र-छात्राओं को किया बर्खास्त
आइआइटी आइएसएम ने 214 छात्रों को पढ़ाई से बर्खास्त कर दिया है। (फाइल फोटो)

धनबाद, जेएनएन: आइआइटी आइएसएम ने 214 छात्रों को पढ़ाई से बर्खास्त कर दिया है। आइआइटी आइएसएम ने छात्र-छात्राओं पर बड़ा एक्शन लिया है। ऐसा पहली बार है जब संस्थान ने इस तरह का कठोर निर्णय किया है। कई बार नोटिस के बाद जब छात्रों ने कोई जवाब नहीं दिया तब संस्थान ने इन छात्रों के शैक्षणिक विषय से बर्खास्त जैसा कड़ा कदम उठाया है। इन छात्रों में न केवल बीटेक के छात्र-छात्राएं शामिल है बल्कि जूनियर रिसर्च फैलोशिप के छात्र भी बड़ी संख्या में शामिल हैं। बर्खास्तगी समाप्त करने के लिए इन छात्र-छात्राओं को काफी पापड़ बेलना होगा। संस्थान के हर उस सवाल का जवाब देना होगा जो संस्थान छात्रों से मांगे थे। यदि छात्रों ने जवाब को ईमानदारी पूर्वक पूरा कर दिया तो संस्थान का सीनेट उनकी बर्खास्तगी को समाप्त करने का प्रस्ताव प्रबंधन को देगा। इस संबंध में संस्थान के डीन एकेडमिक ने कार्यालय आदेश के साथ बर्खास्त होने वाले छात्रों की सूची जारी की है। डीन एकेडमिक ने 16 दिसंबर तक का समय छात्रों को दिया है। इस दौरान वेबसाइट पर मौजूद फॉर्म ए-5 को भरने को कहा गया है। आवेदन पर सीनेट विचार करेगा फिर जाकर छात्रों की बर्खास्तगी को वापस लिया जाएगा। दरअसल संस्थान ने जिन छात्र-छात्राओं को बर्खास्त किया है। उनमें 129 छात्र-छात्राएं ऐसे है जिन्होंने प्री रजिस्ट्रेशन तो करा लिया है लेकिन शुल्क जमान नहीं किया है। वहीं 85 छात्रों ने तो मानसून सत्र 2020-21 में प्री रजिस्ट्रेशन ही नहीं कराया है। अब संस्थान के आदेश के बाद छात्रों के पास बर्खास्तगी समाप्त कराने के लिए महज एक सप्ताह का समय बचा हुआ है।

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जागरण संवाददाता, धनबाद : आइआइटी आइएसएम ने 214 छात्रों को पढ़ाई से बर्खास्त कर दिया है। आइआइटी आइएसएम ने छात्र-छात्राओं पर बड़ा एक्शन लिया है। ऐसा पहली बार है जब संस्थान ने  इस तरह का कठोर निर्णय किया है। कई बार नोटिस के बाद जब छात्रों ने कोई जवाब नहीं दिया तब संस्थान ने इन छात्रों के शैक्षणिक विषय से बर्खास्त जैसा कड़ा कदम उठाया है।  इन छात्रों में न केवल बीटेक के छात्र-छात्राएं शामिल है बल्कि जूनियर रिसर्च फैलोशिप के छात्र भी बड़ी संख्या में शामिल हैं। बर्खास्तगी समाप्त करने के लिए इन छात्र-छात्राओं को काफी पापड़ बेलना होगा। संस्थान के हर उस सवाल का जवाब देना होगा जो संस्थान छात्रों से मांगे थे। यदि छात्रों ने जवाब को ईमानदारी पूर्वक पूरा कर दिया तो संस्थान का सीनेट उनकी बर्खास्तगी को समाप्त करने का प्रस्ताव प्रबंधन को देगा। इस संबंध में संस्थान के डीन एकेडमिक ने कार्यालय आदेश के साथ बर्खास्त होने वाले छात्रों की सूची जारी की है। डीन एकेडमिक ने 16 दिसंबर तक का समय छात्रों को दिया है। इस दौरान वेबसाइट पर मौजूद फॉर्म ए-5 को भरने को कहा गया है। आवेदन पर सीनेट विचार करेगा फिर जाकर छात्रों की बर्खास्तगी को वापस लिया जाएगा। दरअसल संस्थान ने जिन छात्र-छात्राओं को बर्खास्त किया है। उनमें 129 छात्र-छात्राएं ऐसे है जिन्होंने प्री रजिस्ट्रेशन तो करा लिया है लेकिन शुल्क जमान नहीं किया है। वहीं 85 छात्रों ने तो मानसून सत्र 2020-21 में प्री रजिस्ट्रेशन ही नहीं कराया है। अब संस्थान के आदेश के बाद छात्रों के पास बर्खास्तगी समाप्त कराने के लिए महज एक सप्ताह का समय बचा हुआ है।   जागरण संवाददाता, धनबाद : आइआइटी आइएसएम ने 214 छात्रों को पढ़ाई से बर्खास्त कर दिया है। आइआइटी आइएसएम ने छात्र-छात्राओं पर बड़ा एक्शन लिया है। ऐसा पहली बार है जब संस्थान ने  इस तरह का कठोर निर्णय किया है। कई बार नोटिस के बाद जब छात्रों ने कोई जवाब नहीं दिया तब संस्थान ने इन छात्रों के शैक्षणिक विषय से बर्खास्त जैसा कड़ा कदम उठाया है।  इन छात्रों में न केवल बीटेक के छात्र-छात्राएं शामिल है बल्कि जूनियर रिसर्च फैलोशिप के छात्र भी बड़ी संख्या में शामिल हैं। बर्खास्तगी समाप्त करने के लिए इन छात्र-छात्राओं को काफी पापड़ बेलना होगा। संस्थान के हर उस सवाल का जवाब देना होगा जो संस्थान छात्रों से मांगे थे। यदि छात्रों ने जवाब को ईमानदारी पूर्वक पूरा कर दिया तो संस्थान का सीनेट उनकी बर्खास्तगी को समाप्त करने का प्रस्ताव प्रबंधन को देगा। इस संबंध में संस्थान के डीन एकेडमिक ने कार्यालय आदेश के साथ बर्खास्त होने वाले छात्रों की सूची जारी की है। डीन एकेडमिक ने 16 दिसंबर तक का समय छात्रों को दिया है। इस दौरान वेबसाइट पर मौजूद फॉर्म ए-5 को भरने को कहा गया है। आवेदन पर सीनेट विचार करेगा फिर जाकर छात्रों की बर्खास्तगी को वापस लिया जाएगा। दरअसल संस्थान ने जिन छात्र-छात्राओं को बर्खास्त किया है। उनमें 129 छात्र-छात्राएं ऐसे है जिन्होंने प्री रजिस्ट्रेशन तो करा लिया है लेकिन शुल्क जमान नहीं किया है। वहीं 85 छात्रों ने तो मानसून सत्र 2020-21 में प्री रजिस्ट्रेशन ही नहीं कराया है। अब संस्थान के आदेश के बाद छात्रों के पास बर्खास्तगी समाप्त कराने के लिए महज एक सप्ताह का समय बचा हुआ है।


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