IIT (ISM): 11 महीने बाद 23 फरवरी से खुल रहा कैंपस, फिजिकल रजिस्ट्रेशन के बाद घर लाैट जाएंगे छात्र
छात्र-छात्राओं को कैंपस में उपस्थिति के 72 घंटे के अंदर के कोविड-19 निगेटिव रिपोर्ट लेकर आना है। पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर कैंपस में प्रवेश नहीं करना है। यह रिपोर्ट संस्थान को ईमेल करना होगा। कोरोना वायरस से बचाव के दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा।
धनबाद, जेएनएन। कोरोना वायरस से बचाव के लिए लॉकडाइन के 11 महीने बाद आईआईटी (आईएसएम) 11 महीने के बाद खुलने जा रहा है। प्रथम चरण में एमटेक व पीएचडी के छात्र-छात्राओं को बुलाया गया है। एमटेक के छात्र 23 से 25 फरवरी तक उपस्थित होकर अपना फिजिकल रजिस्ट्रेशन तथा कागजात सत्यापन कराएंगे। वहीं पीएचडी के छात्र-छात्राओं को 25 तथा 26 फरवरी को बुलाया गया है। फिजिकल रजिस्ट्रेशन व कागजात सत्यापन के बाद छात्र वापस लौट जाएंगे।
कराना होगा कोरोना टेस्ट
छात्र छात्राओं को कैंपस में उपस्थिति के 72 घंटे के अंदर के कोविड-19 नेगेटिव रिपोर्ट लेकर आना है। पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर कैंपस में प्रवेश नहीं करना है। यह रिपोर्ट संस्थान को ईमेल करना होगा। शारीरिक दूरी मास्क सैनिटाइजर समेत कोरोना से संबंधित अन्य दिशा निर्देशों का पालन करना होगा। कोरोना महामारी के कारण 18 मार्च 2020 से संस्थान बंद कर दिया गया था। बीच में केवल पीएचडी के छात्रों को बुलाया गया था, लेकिन जिला प्रशासन ने अनुमति नहीं दी इस कारण प्रक्रिया को रोक दिया गया अब एक बार फिर से कागजात सत्यापन की प्रक्रिया शुरू की जा रही है, लेकिन प्रक्रिया पूरी होने के बाद छात्रों को वापस लौटना होगा
नहीं मिलेगा आवास
आईआईटी प्रबंधन ने स्पष्ट कहा है कि अभी आईएसएम की ओर से कोई आवास प्रदान नहीं किया जाएगा। छात्रों को जारी किए गए निर्देश में कहा गया है कि न्यू लेक्चर हॉल कंपलेक्स में सभी शैक्षणिक कागजात के साथ उपस्थित होकर उनका सत्यापन कराना है। जिसके लिए उपस्थिति अनिवार्य है। रिपोर्ट नहीं करने पर औपबंधिक नामांकन को रद्द कर दिया जाएगा। निर्देश में कहा गया है कि निर्धारित समय से केवल आधा घंटा पहले कैंपस में एंट्री की अनुमति मिलेगी। कैंपस में आने के बाद छात्र सीधे न्यू लेक्चर हॉल कंपलेक्स में जाएंगे जहां कागजातों के सत्यापन की प्रक्रिया की जाएगी। प्रक्रिया होने के बाद छात्र-छात्राओं को बिना कैंपस घूमे मेन गेट पर वापस आना होगा। संस्थान का कहना है कि ट्रांसपोर्ट समेत अन्य सुविधाएं छात्रों को ही वाहन करना होगा।