Dhanbad IIT ISM: आइआइटी आइएसएम ने एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर पद पर मांगा आवेदन
आइआइटी आइएसएम ने माइनिंग हब को शुरू करने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है। संस्थान एक सफल इंजीनियर की तालाश कर रहा है जो आत्मनिर्भर भारत के मिशन में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सके। साइबर फिजिकल सिस्टम में उत्कृष्ट सहयोग कर सके साथ ही इंडस्ट्री की समझ रखता हो।
धनबाद, जेएनएन : आइआइटी आइएसएम ने माइनिंग हब को शुरू करने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है। संस्थान एक सफल इंजीनियर की तालाश कर रहा है जो आत्मनिर्भर भारत के मिशन में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सके। वहीं माइनिंग टेक्नॉलाजी इनोवेशन हब के लिए साइबर फिजिकल सिस्टम में उत्कृष्ट सहयोग कर सके साथ ही इंडस्ट्री की अच्छी समझ रखता हो।
इसके लिए लिए संस्थान ने एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर तथा एग्जिक्यूटिव असिसटेंट के पद पर आवेदन मांगा है। इन पदों पर चयनित होने वाले एक्सप्लोरेशन और माइनिंग के क्षेत्र में काम करेंगे। संस्थान ने एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर के लिए प्रथम श्रेणी में बीटेक इन माइनिंग, कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रानिक्स और एमएससी टेक इन अप्लाईड जियोफिजिक्स, अप्नाईड जियोलॉजी की योग्यता के साथ कम से कम आठ वर्ष का अनुभव मांगा है। वहीं इसकी उम्र सीमा 50 वर्ष रखी गई है।
जबकि एग्जिक्यूटिव असिसटेंट के लिए पीजी डिप्लोमा इन आइटी ग्रेजुएट इन कामर्स की योग्यता मांगी है। इसके लिए 10 वर्षों का अनुभव मांगा है। वहीं इसके लिए उम्र सीमा 50 वर्ष रखी है। वहीं दोनो पदों के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 मार्च रखी गई है। बताते चले कि डिपार्टमेंअ ऑफ साइंस एंड टेक्नॉलाजी ने आइआइटी आइएसएम को पूरे देश का माइनिंग इनोवेशन हब बनाया है।
जहां साइबर फिजिकल सिस्टम के कई महत्वपूर्ण आयामों पर वृहत पैमाने पर काम किया जाएगा। इसके अलावा एक्सप्लोरेशन और माइनिंग के क्षेत्र में महत्वपूर्ण शोध व कार्य किए जाएंगे। इसके लिए कई बड़ी कंपनियों के साथ करार भी किया जाएगा ताकि आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार किया जा सके। इस संबंध में डीन ऐरा व माइनिंग के प्रो धीरज कुमार ने बताया कि क्सप्लोरेशन और माइनिंग के क्षेत्र में कई आधुनिक भारतीय तकनीकि को विकसित किया जाएगा। माइनिंग इनोवेशन हब को शुरू करने के लिए महत्वपूर्ण पदों पर आवेदन मांगा जा रहा है ताकि हब की शुरूआत जल्द से जल्द हो सके।