डिजिटल पास में है त्रुटि तो WhatsApp पर यूनिट सुपरवाइजर को बताएं, हाे जाएगा सुधार
रेलवे ने पास-पीटीओ की पुरानी व्यवस्था बंद कर दी है। अब ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम के तहत पास-पीटीओ के लिए आवेदन देने वाले कर्मचारी वाट्सएप पर संशोधन का आवेदन दे सकते हैं। इसके लिए उन्हें ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम पोर्टल पर अपने एचआरएमएस आइडी से लॉग इन करना होगा।
जेएनएन, धनबाद: रेलवे ने पास-पीटीओ की पुरानी व्यवस्था बंद कर दी है। अब सिर्फ डिजिटल पास ही जारी हो रहे हैं। इस नई व्यवस्था ने कर्मचारियों की परेशानी बढ़ा दी है। ऑनलाइन आवेदन तो भर रहे हैं, पर उसमें त्रुटि होने की वजह से पास जारी नहीं हो पा रहा है।
इस समस्या के समाधान के लिए रेलवे ने अब वाट्सएप नंबर जारी किया है। ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम के तहत पास-पीटीओ के लिए आवेदन देने वाले कर्मचारी वाट्सएप पर संशोधन का आवेदन दे सकते हैं। इसके लिए उन्हें ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम पोर्टल पर अपने एचआरएमएस आइडी से लॉग इन करना होगा। इसके बाद आवेदन में भरे गए अपने परिवार से जुड़े घोषणापत्र को बारिकी से जांच करेंगे। उनमें त्रुटि है तो पीएफ नंबर, कार्यस्थल का ब्योरा भरकर यूनिट सुपरवाइजर के वाट्सएप नंबर पर फाॅरवर्ड कर देंगे। अकाउंट्स, सिक्योरिटी, इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन विभाग के कर्मचारी के परिवार के त्रुटि सुधार की जिम्मेदारी स्थापना शाखा को सौंपी गई है। हालांकि डिजिटल पास की सुविधा फिलहाल सिर्फ कार्यरत कर्मचारियों के लिए ही लागू हुआ है। सेवानिवृत्त रेल कर्मचारियों के लिए पुरानी व्यवस्था ही लागू है।
इन वाट्सएप नंबरों पर भेजें त्रुटि सुधार संबंधी आवेदन: 9771445160 और 7903087090
[संतोष तिवारी]
नई व्यवस्था से अधिकतर लोगों को हो रही परेशानी: इस संबंध में ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के पूर्व सहायक महामंत्री संतोष तिवारी ने कहा कि एक नवंबर से पास-पीटीओ जारी होने की पुरानी व्यवस्था बंद कर दी गई है। सिर्फ डिजिटल पास ही जारी होने का आदेश भी निकल चुका है। पर नई प्रणाली की ज्यादातर कर्मचारियों को तकनीकी जानकारी नहीं है। इससे पास लेने में काफी परेशानी हो रही है। ऑनलाइन आवेदन में खामियों के पास पास निर्गत नहीं हो पा रहा है। जब तक समाधान नहीं हो जाता, पुरानी व्यवस्था भी लागू रहे।