Human Trafficking: दिल्ली में बेची जा रहीं मुख्यमंत्री हेमंत के क्षेत्र की बेटियां, तलाश में भटक रहे परिजन
बरहेट झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का विधानसभा क्षेत्र है। 2014 से ही सोरेन बरहेट विधानसभा का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। यह इलाका झामुमो का गढ़ है।
बरहेट, जेएनएन। झारखंड के साहिबगंज जिले के बरहेट प्रखंड से मानव तस्करी की शिकार किशोरियों की संख्या बढ़ती जा रही है। मांझी टोला के चरण सोरेन की बेटी ठकरन सोरेन व जटान टोला के जेठा हेम्ब्रम की बेटी मनीषा हेम्ब्रम को दिल्ली में काम दिलाने के बहाने हिरणपुर पंचायत के सरकंडा छप्पर टोला का मांझी मुर्मू तीन वर्ष पहले ले गया था। उसके बाद से अबतक उनका कोई अता-पता नहीं है।
दोनों के परिजनों ने जब मांझी मुर्मू से पूछताछ की तो उसने कोई ठोस जवाब नहीं दिया। परिजन अपनी बेटियों की तलाश में तीन साल से भटक रहे हैं। इधर, कई वर्ष पहले लबरी पंचायत के चंद्र टोला निवासी इतवार टुडू की बेटी सूरूज टूडू को जमालपुर निवासी संतोष ठाकुर दिल्ली में काम दिलाने के नाम पर ले गया था। उसका भी कोई अता-पता नहीं है। ठकरन व मनीषा के अभिभावकों ने सोमवार को मुख्यमंत्री जनसंवाद में अपनी बेटियों को काम के बहाने दिल्ली ले जाकर गायब करने की शिकायत दर्ज कराई।
बरहेट झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का विधानसभा क्षेत्र है। 2014 से ही सोरेन बरहेट विधानसभा का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। यह इलाका झामुमो का गढ़ है। यहां से मानव तस्करी आम बात है। बावजूद यह मुद्दा नहीं बन पाता है। इस संबंध में सामाजिक कार्यकर्ता सच्चिदानंद सोरेन व दिसुम मरंगबुरू संथाली अरीचली लेक्चर अखाड़ा के सदस्य आनंद हेम्ब्रम के सहयोग से मुख्यमंत्री जनसंवाद में मामला दर्ज कराया गया।
गौरतलब हो कि बरहेट की दो बच्चियों को दिल्ली ले जाकर बेच देने का मामला पिछले दिनों सामने आया था। इस संबंध में बरहेट थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गई थी। एक बच्ची किसी तरह भागकर घर पहुंच गई थी जबकि एक का पता नहीं है। उधर, रांगा थाना क्षेत्र में भी दो बच्चियों के गायब होने की बात सामने आयी थी। बच्ची के पिता ने प्राथमिकी दर्ज करने के लिए पुलिस को आवेदन दिया था।