रेल गाड़ियों से सिगरेट के परिवहन का खुलासा, धनबाद पार्सल से 48 हजार पैकेट जब्त
नियमानुसार रेल गाड़ियों से सिगरेट के परिवहन का प्रावधान नहीं है।लेकिन पार्सल विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से सिगरेट का परिवहन किया जा रहा है।
By mritunjayEdited By: Published: Sat, 06 Apr 2019 05:27 PM (IST)Updated: Sun, 07 Apr 2019 09:36 AM (IST)
धनबाद, जेएनएन। धनबाद रेलवे स्टेशन के पार्सल में शनिवार को रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की अपराध आसूचना शाखा (सीआइबी) ने छापामारी कर 13.92 लाख रुपये मूल्य के 48,000 पैकेट सिगरेट बरामद किया। इस सिगरेट की पहचान छुपाकर वाराणसी से धनबाद लाया गया था।
सीआइबी धनबाद को ट्रेन से सिगरेट की खेप धनबाद पहुंचने की सूचना मिली थी, जिस पर मंडल सुरक्षा आयुक्त विवेकानंद नारायण ने एक स्पेशल टीम का गठन किया। टीम ने पार्सल कार्यालय में छापामारी की तो उपरोक्त सामान बरामद हुआ। सिगरेट के 48,000 पैकेट 20 बड़े डब्बे में पैक किए गए थे। जांच में यह बात सामने आयी कि बरामद सिगरेट 53524 वाराणसी-बारकाखाना-आसनसोल पैसेंजर ट्रेन से सुबह साढ़े दस बजे धनबाद स्टेशन पहुंचा था। पार्सल कर्मी उसे प्लेटफॉर्म संख्या पांच से उठाकर पार्सल कार्यालय ले आए। सामान के पार्सल कार्यालय पहुंचते ही सीआइबी की टीम ने धावा बोल दिया। सिगरेट का यह सामान वाराणसी से धनबाद के लिए (आरआर संख्या 403490) बुकिंग कराया गया था। बुकिंग किसने करायी और किसके नाम से बुक किया गया है, इसकी जांच हो रही है। सीआइबी ने मामले को लेकर रेलवे एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज करते हुए मामले की सूचना नारकोटिक्स विभाग को दे दी है। रेलवे के अनुसार ट्रेन में सिगरेट का ट्रांस्पोर्टेशन नहीं किया जाता है। यह कानून अपराध है।
थोड़ी देर होती तो निकल जाता सारा सामान : सीआइबी को पहुंचने में यदि थोड़ी देर और होती तो सारा सामान निकल गया रहता। बताया जाता है कि सारा सामान सुबह ही प्लेटफार्म संख्या पांच पर उतर चुका था, लेकिन पार्सल कार्यालय में वह दोपहर दो बजे के बाद आया। सीआइबी ने पार्सल कर्मचारियों को इस माल को लेकर पहले ही सतर्क कर दिया था।
आगे भी जारी रहेगी कार्रवाई : इस मामला के सामने आने के बाद अब आगे भी इस तरह की कार्रवाई जारी रखने की बात कही गई है। सीआइबी की मानें तो पार्सल में आने वाले प्रत्येक सामान की निगरानी की जा रही है। सूचना तंत्र को मजबूत कर दिया गया है।
सीआइबी धनबाद को ट्रेन से सिगरेट की खेप धनबाद पहुंचने की सूचना मिली थी, जिस पर मंडल सुरक्षा आयुक्त विवेकानंद नारायण ने एक स्पेशल टीम का गठन किया। टीम ने पार्सल कार्यालय में छापामारी की तो उपरोक्त सामान बरामद हुआ। सिगरेट के 48,000 पैकेट 20 बड़े डब्बे में पैक किए गए थे। जांच में यह बात सामने आयी कि बरामद सिगरेट 53524 वाराणसी-बारकाखाना-आसनसोल पैसेंजर ट्रेन से सुबह साढ़े दस बजे धनबाद स्टेशन पहुंचा था। पार्सल कर्मी उसे प्लेटफॉर्म संख्या पांच से उठाकर पार्सल कार्यालय ले आए। सामान के पार्सल कार्यालय पहुंचते ही सीआइबी की टीम ने धावा बोल दिया। सिगरेट का यह सामान वाराणसी से धनबाद के लिए (आरआर संख्या 403490) बुकिंग कराया गया था। बुकिंग किसने करायी और किसके नाम से बुक किया गया है, इसकी जांच हो रही है। सीआइबी ने मामले को लेकर रेलवे एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज करते हुए मामले की सूचना नारकोटिक्स विभाग को दे दी है। रेलवे के अनुसार ट्रेन में सिगरेट का ट्रांस्पोर्टेशन नहीं किया जाता है। यह कानून अपराध है।
थोड़ी देर होती तो निकल जाता सारा सामान : सीआइबी को पहुंचने में यदि थोड़ी देर और होती तो सारा सामान निकल गया रहता। बताया जाता है कि सारा सामान सुबह ही प्लेटफार्म संख्या पांच पर उतर चुका था, लेकिन पार्सल कार्यालय में वह दोपहर दो बजे के बाद आया। सीआइबी ने पार्सल कर्मचारियों को इस माल को लेकर पहले ही सतर्क कर दिया था।
आगे भी जारी रहेगी कार्रवाई : इस मामला के सामने आने के बाद अब आगे भी इस तरह की कार्रवाई जारी रखने की बात कही गई है। सीआइबी की मानें तो पार्सल में आने वाले प्रत्येक सामान की निगरानी की जा रही है। सूचना तंत्र को मजबूत कर दिया गया है।
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