हाईटेक हुआ धनबाद रेल मंडल, यूरोपियन ट्रेन कंट्रोल सिस्टम से 160 की रफ्तार से चलेंगी हावड़ा-नई दिल्ली की ट्रेनें
आने वाला समय सेमी हाई स्पीड ट्रेनों का होगा। हावड़ा से नई दिल्ली जानेवाली यात्री ट्रेनें 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेंगी। 1450 किमी लंबे रेल मार्ग पर धनबाद रेल मंडल के प्रधानखंता से मानपुर तक का 202 किमी रेल मार्ग भी शामिल है।
जेएनएन, धनबाद : आने वाला समय सेमी हाई स्पीड ट्रेनों का होगा। हावड़ा से नई दिल्ली जानेवाली यात्री ट्रेनें 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेंगी। 1450 किमी लंबे रेल मार्ग पर धनबाद रेल मंडल के प्रधानखंता से मानपुर तक का 202 किमी रेल मार्ग भी शामिल है। गति बढ़ने के साथ ही ट्रेनों को सुरक्षित चलाने की चुनौतियां भी बढ़ेंगी। इसके लिए कई बड़े बदलाव किए जा रहे हैं। पटरियों को ताकतवर बनाने के साथ-साथ रेलवे आधुनिक सिग्नल प्रणाली यूरोपियन ट्रेन कंट्रोल सिस्टम अपनाने जा रही है। इससे तेज गति से ट्रेनों को सुरक्षित एवं संरक्षित चलाया जा सकेगा। इसके लगने के बाद दो ट्रेनों के बीच सुरक्षित दूरी हमेशा बनी रहेगी। साथ ही रेल हादसे की भी संभावना काफी कम हो जाएगी। यूरोपियन ट्रेन कंट्रोल सिस्टम लेवल-टू आधुनिक सिग्नलिग प्रणाली है, जो रेडियो आधारित स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली है। इसके लगने से सिग्नल की अनदेखी और ट्रेन की ओवर स्पीडिग की संभावना भी काफी कम हो जाएगी। इतना ही नहीं इसके माध्यम से यात्रियों की सुरक्षा के लिए कोच में लगने वाले सीसीटीवी कैमरे की निगरानी सीधे कंट्रोल रूम से की जा सकेगी। रेलवे ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। अब तक हुए काम की प्रगति का जायजा लेने पूर्व मध्य रेल महाप्रबंधक ललित चंद्र त्रिवेदी बुधवार को धनबाद पहुंचे। पहले उन्होंने प्रधानखंता में बन रेल ओवरब्रिज निर्माण की प्रगति की जानकारी ली। इसके साथ अपनी सैलून से दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन तक स्पीड ट्रायल के लिए निकल पड़े। उनके साथ मानपुर तक धनबाद डीआरएम आशीष बंसल भी थे। विभागीय अफसरों के साथ सैलून की खिड़कियों से रफ्तार बढ़ाने को लेकर चल रहे कार्यों जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान डीआरएम से प्रगति की जानकारी लेने के साथ आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिया।
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