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West Bengal Chunav 2021 से पहले रेलवे की साैगात; हावड़ा-मोकामा और मयूराक्षी पटरी पर, अग्निवीणा एक्सप्रेस का मानकर में स्टॉपेज

हावड़ा-रामपुरहाट मयुराक्षी एक्सप्रेस के पटरी पर लौटने से मां तारा के दरबार से वापसी के लिए विकल्प मिल जाएगा। धनबाद समेत पूरे झारखंड से तीर्थ यात्री मां तारा के दरबार में पहुंचते हैं। तड़के मां का दर्शन कर जिन्हें लौटना होता है उनके लिए मयुराक्षी एक्सप्रेस बेहतर विकल्प है।

By MritunjayEdited By: Published: Wed, 24 Feb 2021 03:46 PM (IST)Updated: Wed, 24 Feb 2021 03:46 PM (IST)
West Bengal Chunav 2021 से पहले रेलवे की साैगात; हावड़ा-मोकामा और मयूराक्षी पटरी पर, अग्निवीणा एक्सप्रेस का मानकर में स्टॉपेज
अग्निवीणा एक्सप्रेस का मानकर स्टेशन पर होगा ठहराव ( फाइल फोटो)।

धनबाद, जेएनएन। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव- 2021 से पहले चुनावी रेल सरपट दौड़ रही है। पिछले दिनों जहां कई लंबी  दूरी की ट्रेनों का ठहराव पश्चिम बंगाल के छोटे स्टेशनों पर दिया गया, वहीं अब दो जोड़ी और ट्रेनें पटरी पर उतर गई हैं। आसनसोल से हावड़ा जानेवाली अग्निवीणा एक्सप्रेस का ठहराव मानकर स्टेशन दे दिया गया है। रेलवे ने जिन ट्रेनों चलाया है उनमें हावड़ा-रामपुरहाट मयुराक्षी फास्ट पैसेंजर और हावड़ा-मोकामा पैसेंजर शामिल हैं। दोनों पहले पैसेंजर बनकर चलती थीं। अब एक्सप्रेस बना दिया गया है। हावड़ा-मोकामा एक्सप्रेस ट्रेन के चलने से न सिर्फ पश्चिम बंगाल बल्कि झारखंड के यात्रियों को भी बिहार जाने का मौका मिलेगा। चितरंजन, जामताड़ा, मधुपुर और जसीडीह के यात्री बिहार की यात्रा कर सकेंगे।

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मां तारा के यहां जाने का रेल का सफर होगा आसान

हावड़ा-रामपुरहाट मयुराक्षी एक्सप्रेस के पटरी पर लौटने से मां तारा के दरबार से वापसी के लिए विकल्प मिल जाएगा। धनबाद समेत पूरे झारखंड से तीर्थ यात्री मां तारा के दरबार में पहुंचते हैं। तड़के मां का दर्शन कर जिन्हें लौटना होता है, उनके लिए मयुराक्षी एक्सप्रेस बेहतर विकल्प है। मयुराक्षी से अंडाल पहुंच कर वहां कनेक्टिंग ट्रेन बर्धमान-हटिया मेमू मिल जाती है। बर्धमान-हटिया से धनबाद, गाेमो, बोकारो और रांची तक पहुंचना आसान हो जाता है।

एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेन का अलग-अलग लेना होगा टिकट

पहले मयुराक्षी फास्ट पैसेंजर और बर्धमान-हटिया पैसेंजर के लिए एक साथ टिकट जारी हो जाते थे। यानी रामपुरहाट से धनबाद, बोकारो या रांची पहुंचने के लिए दो बार लाइन लगने की जरुरत नहीं थी। अब मयुराक्षी के एक्सप्रेस बन जाने से दो बार टिकट लेना होगा। पहले रामपुरहाट से अंडाल के लिए एक्सप्रेस का टिकट और फिर  बर्धमान-हटिया मेमू के लिए पैसेंजर ट्रेन के टिकट के लिए भाग दौड़ करनी होगी। दोनों ट्रेनों के बीच आगमन-प्रस्थान की समय अवधि कम रही तो ट्रेन छूट जाएगी और यात्रियों के पास वापसी का कोई विकल्प नहीं रहेगा। क्योंकि इस रूट पर चलने वाली अन्य सभी ट्रेनों के लिए आरक्षण जरूरी है। आरक्षण करा भी लिया तो वेटिंग टिकट पर सफर नहींकर सकेंगे।


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