FDI एवं कॉमर्शियल माइनिंग से ऊर्जा के क्षेत्र में देश बनेगा आत्मनिर्भर, नहीं मंगाना पड़ेगा विदेशों से कोयला : अमित शाह
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि एफडीआइ एवं कॉमर्शियल माइनिंग से ऊर्जा के क्षेत्र में देश आत्मनिर्भर बन सकेगा। इससे विदेश से कोयला नहीं मंगाना पड़ेगा।
धनबाद, जेएनएन। देश में ऊर्जा की आवश्यकता को पूरा करने के लिए सरकार ने एफडीआइ एवं कॉमर्शियल माइनिंग को लागू किया है। इससे विदेश से कोयला नहीं मंगाना पड़ेगा और देश ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन सकेगा। साथ ही भारत की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी। उक्त बातें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहीं। वे गुरुवार को बीसीसीएल के कतरास क्षेत्र में केशलपुर स्थित पारसनाथ उद्यान का दिल्ली से ऑनलाइन उद्घाटन करने के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर केंद्रीय कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी भी उपस्थित थे।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कोल इंडिया एवं बीसीसीएल की ओर से पर्यावरण के क्षेत्र में उठाए गए कदमों की सराहना करते हुए कहा कि हमारी संस्कृति बताती है कि वृक्ष मनुष्य के सबसे अच्छे मित्र हैं। वृक्ष की कई प्रजातियां जैसे पीपल, नीम आदि कई वर्षों तक हमें लाभ पहुंचाते हैं। चंद्रशेखर आजाद व लोकमान्य तिलक की जयंती के अवसर पर पौधरोपण पर खुशी जाहिर करते हुए उन्होंने उद्यान व उपवन का नाम इन्हीं दोनों महान व्यक्तियों के नाम से जोडऩे को कहा।
कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सरकार पूरे देश में 24 घंटे बिजली मुहैया कराने की मुहिम को पूरा करने के लिए तत्पर है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए कोल क्षेत्र में एफडीआइ व निजीकरण को लागू किया है। जिससे कोल इंडिया के अलावा भी कोयले का उत्पादन किया जा सके। उन्होंने कहा कि कोल इंडिया पूर्व की भांति ऊर्जा की आवश्यकता को पूरा करने में अहम भूमिका निभाती रहेगी। कोल इंडिया खनन के साथ पर्यावरण संतुलन बनाए रखने हेतु तत्पर है।