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झारखंड की संकरी गलियों में मोटे हाथी का प्रवेश नहीं हो सकता: हेमंत

पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने कहा कि सूबे के मुख्यमंत्री विदेशों में रोड शो कर राज्य में उद्योग लगाने की बात कर रहे हैं। मोमेंटो हाथी उड़ाया जा रहा है।

By Deepak PandeyEdited By: Published: Fri, 15 Feb 2019 11:12 AM (IST)Updated: Fri, 15 Feb 2019 11:12 AM (IST)
झारखंड की संकरी गलियों में मोटे हाथी का प्रवेश नहीं हो सकता: हेमंत
झारखंड की संकरी गलियों में मोटे हाथी का प्रवेश नहीं हो सकता: हेमंत

जागरण संवाददाता, धनबाद: पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने कहा कि सूबे के मुख्यमंत्री विदेशों में रोड शो कर राज्य में उद्योग लगाने की बात कर रहे हैं। मोमेंटो हाथी उड़ाया जा रहा है। झारखंड की संकरी गलियों में मोटे हाथी का प्रवेश नहीं हो सकता है। यहां पतला हाथी चाहिए। इसका मतलब राज्य के लोगों को ही उद्योग लगाने के लिए बढ़ावा दें। इससे ही राज्य का विकास हो सकता है। सरकार बनी तो बड़ों उद्योगपतियों ने झारखंड को लूटने का प्रयास किया है। कोल ब्लॉक का मामला हो या कई उद्योग लगाने के नाम पर शिलान्यास। जमीन कहां से मिलेगी, उद्योग लगाने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम बनाने की बात कही गई थी, आज तक नहीं हुआ।

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हेमंत सोरेन ने धनबाद पसिदन में कहा कि ग्रीन उद्योग लगाने की बात करना सरासर बेमानी है। बड़े उद्योग लगेंगे तो ग्रीन उद्योग कैसे होगा। सैकड़ों एकड़ जमीन की जरूरत है। अधिग्र्रहण करने को लेकर कई तरह की परेशानी है। हर वर्ग कोई न कोई विवाद लेकर खड़ा हो जाता है।

खनिज से भरा झारखंड, लेकिन विकास से दूर: सोरेन ने कहा कि झारखंड में खनिज संपदा की भरमार है। पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा अलग राज्य की सोच के साथ आंदोलन कर रही थी, लेकिन आज झारखंड के विकास की सोच को लेकर काम कर रही है। इसके लिए व्यवसायी वर्ग की भूमिका अहम है। हाथ की पांच अंगुली की तरह है। एक भी अलग हो जाएगी, तो तकलीफ उतना है होगा जितना अन्य अंगुली के काटने से होगा।

कोयला चोरी नहीं, बिजली उत्पादन बढ़ाने की जरूरत: उन्होंने कहा कि कोयला चोरी रोकने के लिए कई उपाय झामुमो सरकार ने की थी। कोयला चोरी रोकने के लिए बिजली उत्पादन बढ़ाकर सारी खामियां पूरी की जा सकती है।

सरकारी कंपनियों से जमीन लेकर वापस करें बेहतर काम: हेमंत ने कहा कि सरकारी कंपनियों ने जमीन लेकर काम कर लिया है या फिर उसे वापस सरकार लेकर काम कर सकती है। पूर्व में कोल इंडिया से तीन सौ एकड़ जमीन लेकर काम किया गया है। रैयत परेशान है, सरकार का कोई ध्यान नहीं है।

अफसरों पर लगेगी लगाम: व्यवसायियों ने कहा कि सरकार की बात को अफसर पूरा नहीं होने देते व व्यवसायी की बात को सरकार तक पहुंचने नहीं देते। इस पर हेमंत ने कहा कि सरकार बनी तो इस पर विशेष ध्यान होगा। अफसर पर लगेगा लगाम। सीधे संवाद की व्यवस्था होगी। जहां लोग अपनी परेशानी सीधे सरकार के पास रख सकेंगे।  


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