निरीक्षण करने पीएमसीएच पहुंचे मंत्री को आउटसोर्स कर्मियों ने घेरा, डबल मानदेय का मिला आश्वासन Dhanbad News
स्वास्थ मंत्री ने कहा कि पीएमसीएच में डॉक्टरों और कर्मचारियों की कमी नहीं होने दी। पूरे राज्य में डॉक्टरों और कर्मचारियों की कमी है। सरकार पीएमसीएच धनबाद को लेकर काफी गंभीर है।
धनबाद, जेएनएन। Coronavirus Dhanbad News Update झारखंड में जारी कोरोना से लड़ाई में पाटलिपुत्र मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (PMCH) धनबाद भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है। पीएमसीएच में धनबाद के साथ ही बोकारो और गिरिडीह के साथ ही संताल परगना प्रमंडल के सभी छह जिलों के संदिग्ध मरीजों की जांच हो रही है। इन सभी जिलों से आने वाले कोरोना सैंपल की जांच की व्यवस्था पीएमसीएच में की गई है। यहां कोरोना वायरस से निपटने के लिए तैयारियों को जायजा लेने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता बुधवार को धनबाद पहुंचे। पीएमसीएच का निरीक्षण के दाैरान आउटसोर्स नर्सों और कर्मचारियों ने मंत्री का घेराव किया।
सरकार से दो रुपये लेकर एक रुपये भुगतान करता ठेकेदार
पीएमसीएच में अधिकारियों के साथ बैठक के बाद जब स्वास्थ्य मंत्री निकले तो बाहर में आउटसोर्स नर्सों ने घेर लिया। नर्सों और कर्मियों कहा था कि ठेका एजेंसी की ओर से कम वेतन मिलता है। बीमा की भी कोई सुविधा नहीं है। हमें भी स्थाई किया जाए। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार नियमावली बना रही है। आप सभी के लिए सरकार गंभीर है। हमें पता है कि ठेकेदार सरकार से 2 रुपए लेता है और आप जैसे कर्मचारियों को 1 रुपए देता है। इसके लिए अब सरकार कोशिश कर रही है कि सीधे हम आपके हाथ में ही डेढ़ रुपए दें। राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार राज्य के युवाओं के लिए काफी गंभीर है। आपके लिए सरकार बहुत ही बेहतर करने जा रही है। इसके बाद कर्मचारी शांत हो गए। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा-मैं शुरू से आउटसोर्सिंग के खिलाफ हूं। विभाग को स्थाई करना चाहिए। आउटसोर्सिंग से कर्मचारी का शोषण होता है।
बगैर सूचना निरीक्षण को पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बुधवार को पीएमसीएच का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने निरसा में एक 6 माह की गर्भवती की मौत होने की जांच की। वही धनसार में पुलिस के द्वारा एक नाबालिग बच्ची को पीटने और बाद में बच्ची द्वारा आत्महत्या कर लेने के मामले में डीसी और एसएसपी से जानकारी ली। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने इस संबंध में डीसी अमित कुमार और एसएसपी किशोर कौशल को विशेष निर्देश दिया। स्वास्थ्य मंत्री ने दोनों मामले में डीसी को उच्च स्तरीय कमेटी बनाने का निर्देश दिया। साथ ही इस कमेटी की रिपोर्ट को 7 दिनों के अंदर देने को कहा। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि दोनों मामला काफी जघन्य है। इसकी सूचना पर ही आज पीएमसीएच औचक निरीक्षण करने पहुंचे हैं। बता दे कि स्वास्थ्य मंत्री बिना जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को बताई ही पीएमसीएच पहुंच गए। बाद में डीसी अमित कुमार एसएसपी किशोर कौशल सहित अन्य पदाधिकारी पीएमसीएच पहुंचे। इसके बाद पदाधिकारियों के साथ स्वास्थ्य मंत्री ने बैठक की। बता दें कि निरसा प्रखंड स्थित माड़मा पंचायत अंतर्गत ईस्ट इंडिया मोड़ के समीप रहने वाली 20 वर्षीय लालो कुंवारी की मंगलवार को मौत हो गई। वह पीएमसीएच के डाक्टरों व स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों पर लापरवाही का आरोप लगाये गये थे। दूसरी ओर धनसार थाना क्षेत्र में लॉकडाउन के दौरान रविवार की शाम ब्राइट कुसुंडा क्षेत्र में बोलेरो पर सवार गश्ती पुलिस ने लोगों पर लाठियां चटका दी थी। इस दौरान 12 वर्षीय रेशमी कुमारी नामक बालिका पर भी लाठी चटकाई गई। पिटाई से क्षुब्ध बालिका ने सदमे में आकर सोमवार की रात अपने घर में खुदकशी कर ली थी।
स्त्री एवं प्रसव रोग विभाग में बैठक कर ली जानकारी
स्वास्थ्य मंत्री सबसे पहले पीएमसीएच के ओपीडी पहुंचे। यहां से वह स्त्री एवं प्रसूति विभाग पहुंचे। यहां अधीक्षक डॉ अरुण कुमार चौधरीए, प्राचार्य डॉ शैलेंद्र कुमारए विभाग की विभागाध्यक्ष, डॉ प्रतिभा राय के साथ बैठक की। निरसा की 6 माह की गर्भवती की मौत को लेकर वह काफी नाराज दिखे। उन्होंने पूछा के किन परिस्थिति में मरीज की मौत हुई है। यहां उन्होंने डॉक्टरों को फटकार भी लगाई।
किशोरी की पिटाई और आत्महत्या से नाराज दिखे मंत्री
स्वास्थ्य मंत्री इसके बाद मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य कक्ष में गए। यहां डीसी अमित कुमार, एसएसपी किशोर कौशल सहित पीएमसीएस प्रबंधन के साथ बैठक की। धनसार में नाबालिक बच्ची की पुलिस द्वारा पिटाई करने के मामले में काफी नाराजगी जताई। इस संबंध में उन्होंने पुलिस से घटना के बारे में जानकारी ली। इसके बाद डीसी को तत्काल कमेटी बनाकर जांच करने का आदेश दिया। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस जांच कमेटी में डीसी खुद भी शामिल रहे और जनप्रतिनिधि को ही शामिल करें ताकि यह पूरी जांच निष्पक्ष हो।
कोरोना से जुड़े ड्यूटी करने वाले तमाम अनुबंध आउटसोर्सिंग का वेतन होगा दोगुना
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अभी कोरोना वायरस की महामारी पूरी दुनिया में है। झारखंड में भी हम इस वायरस से लड़ रहे हैं। कोरोना वायरस के खिलाफ जंग का सारा श्रेय डॉक्टर और कर्मचारियों का जाता है। इसलिए संकट की इस घड़ी में काम करने वाले तमाम सरकारी, अनुबंध कर्मचारी और आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की सैलरी डबल होगी। इसके लिए निर्देश दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है। सरकार सबका का पूरा ख्याल रखेगी। जो गार्ड भी सेवा दे रहे हैं उनकी सैलरी भी दोगुनी होगी।
किचन में पहुंच खाने की गुणवत्ता परखी
स्वास्थ्य मंत्री कुछ देरी के लिए किचन में पहुंचे। किचन में बंद रहे मेन्यू के बारे में उन्होंने बावर्ची से जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने खाने की गुणवत्ता की जांच की। अधीक्षक डॉ एके चौधरी से कहा कि किसी भी स्थिति में खाने की गुणवत्ता से समझौता नहीं किया जा सकता है। उन्हें बार.बार इसकी निगरानी करने को निर्देश दिया।
अस्पताल के पीछे लिया गंदगी का जायजा
स्वास्थ्य मंत्री पीएमसीएच अस्पताल के पीछे गए जहां पर पड़े गंदगी का जायजा लिया। उन्होंने इधर-उधऱ बायोवेस्ट नहीं फेंकने का निर्देश दिया। निस्तारण करने निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से अस्पताल की जिम्मेदारी है। इसमें किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरती जानी चाहिए।
मैं तो पुलिस की पिटाई से ही नेता बना
स्वास्थ्य मंत्री ने धनसार में पुलिस द्वारा नाबालिग की पिटाई और उसकी मौत पर पर काफी नाराज थे। मीडिया से मुखातिब होने के दौरान उन्होंने कहा कि इसकी जांच का आदेश दिया गया है। मुझे पता है पुलिस के बारे में। पुलिस की मार खाकर ही मैं नेता बन पाया हूं।
डॉक्टर साहब एप्रोन पहनना नहीं आता क्या
स्वास्थ्य मंत्री के अचानक पीएमसीएच में आ जाने से हड़कंप मच गया। डॉक्टर और कर्मचारी भागे-भागे अस्पताल पहुंचे। इमरजेंसी के पास एक डॉक्टर जैसे-तैसे एप्रोन पहनकर स्वास्थ्य मंत्री के सामने आ गया। उनका एक बटन ऊपर वाले खाने में लगा हुआ था। स्वास्थ्य मंत्री ने देखते ही तपाक से कहा, डॉक्टर साहब एप्रोन पहनना नहीं आता है क्या।
पीएमसीएच में नहीं होगी डॉक्टरों और कर्मचारियों की कमी
स्वास्थ मंत्री ने कहा कि पीएमसीएच में डॉक्टरों और कर्मचारियों की कमी नहीं होने दी। पूरे राज्य में डॉक्टरों और कर्मचारियों की कमी है। सरकार इस पर काफी गंभीर है। पिछले दिनों सरकार ने 380 डॉक्टरों की निकाली। जल्द ही हम 900 कर्मचारियों की भी नियुक्ति निकालेंगे। इस ओर सरकार प्रयासरत है। बहाली के बाद पीएमसीएच को अभी डॉक्टर और कर्मचारी मिलेंगे।
कोरोना वायरस की जांच में होगी तेजी
स्वास्थ मंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस से पूरी दुनिया परेशान है। हम भारतवासियों के लिए राहत की बात है कि हमारी शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। काफी कोशिश के बाद हम रिम्स रांची, जमशेदपुर और धनबाद में जांच सेवा शुरू करा पाए। धनबाद में कोरोना की तेजी से जांच की जाएगी।
जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को मंत्री के कार्यक्रम की सूचना नहीं
स्वास्थ्य मंत्री जमशेदपुर से सीधे धनबाद पहुंचे लेकिन इसकी जानकारी ना जिला प्रशासन को थी ना ही स्वास्थ्य विभाग को। स्वास्थ्य मंत्री के पीएमसीएच पहुंचे तो अपने वाहन को भी अंदर नहीं ले गए। वह अपने वाहन को कोयला नगर के रास्ते जाने वाली सड़क पर ही खड़ी करके पीएमसीएच के अंदर पैदल गए। पैदल डीएमसीएच के ओपीडी पहुंचे। यहां डॉ एके ठाकुर से पूछा-यह ओपीडी है क्या ? डॉक्टर ने जवाब दिया हां। तत्काल उन्हें कोई पहचान नहीं पाया। उनके चेहरे पर मास्क लगा हुआ था। कुछ देर में जैसे ही जानकारी मिली तो पूरे अस्पताल में हड़कंप मचा गया।