Omicron Alert: बदन दर्द और बुखार के मरीज मिल रहे हैं कोरोना संक्रमित, हरकत में स्वास्थ्य विभाग
Omicron कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए जिले में एक बार फिर से जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से उड़न दस्ते का अभियान शुरू किया गया है। उड़नदस्ता विभिन्न बस के माध्यम से इलाकों का भ्रमण कर रहा है।
जागरण संवाददाता, धनबाद। Omicron एक बार फिर से कोरोना संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है। कोरोनावायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रोन कि खतरे को देखते हुए जिले में जांच अभियान तेज की जा रही है। वही 2 दिनों (मंगलवार और बुधवार) कोचर संक्रमित मरीज मिलने के बाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग भी सकते में है। यह चारों मरीज बदन दर्द और हल्के बुखार से पीड़ित है। एक मरीज जालान अस्पताल में भर्ती है। अब उनके संपर्क में आने वाले लोगों की स्वास्थ्य विभाग जांच कर रहा है। एक मरीज बाहर से धनबाद आए हैं। संक्रमित मरीजों का इलाज कैथ लैब में चल रहा है। जिला महामारी रोग नियंत्रण विभाग के पदाधिकारी डॉ राजकुमार सिंह कहते हैं नए वायरस के खतरों को देखते हुए लोगों को सतर्क किया जा रहा है। फिलहाल जो संक्रमित मरीज मिल रहे हैं उनमें बदन दर्द और हल्की बुखार की शिकायत दिख रही है। उन्होंने कहा इस तरह के लक्षण पाए जाते हैं तो अपनी कोरोना की जांच जरूर करवाएं। मेडिकल कॉलेज और सदर अस्पताल में दोनों जगहों पर निशुल्क जांच की व्यवस्था है।
जिले में शुरू हुआ उड़न दस्ते का अभियान
कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए जिले में एक बार फिर से जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से उड़न दस्ते का अभियान शुरू किया गया है। उड़नदस्ता विभिन्न बस के माध्यम से इलाकों का भ्रमण कर रहा है। बिना मास्क के पकड़े जाने पर लोगों को गोविंदपुर के जैप 3 परिसर में रखा जा रहा है। डॉ सिंह ने बताया कि मास्क पहनकर और शारीरिक दूरी का पालन करके संक्रमण से बचा जा सकता है। लापरवाही बरतने फिर से संक्रमण भयावह रूप ले सकता है।
जिले में हर दिन ढाई हजार लोगों की हो रही जांच
धनबाद में विभिन्न अभियान और अस्पताल के ओपीडी मिलाकर हर दिन ढाई हजार लोगों की कोरोनावायरस की जा रही है। पिछले कई दिनों से संक्रमित मरीजों की संख्या नहीं थी। लेकिन अब फिर से संक्रमित मरीज मिलने से प्रशासन ने सक्रियता बढ़ा दी है। वही धनबाद के अलावा बोकारो, गिरिडीह और संताल परगना इलाके से भी कोरोना वायरस जांच के लिए सैंपल आ रहे हैं। मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग और सदर अस्पताल के आरटी पीसीआर वाहन में जांच हो रही है।