सेहत चाहिए तो मोटे अनाज को बनाएं अपना आहार, पढ़ें- डायटिशियन की राय
Health And Nutrition Tips बाजरा को सूजन कम करने दिल की बीमारियों का जोखिम कम करने और शुगर नियंत्रित करने के लिए जाना जाता है। टाइप टू डायबिटीज से पीड़ित मरीजों के लिए भी यह रामबाण है। शुगर के स्तर में 27 फीसद तक की कमी आती है।
जागरण संवाददाता, धनबाद। Health And Nutrition Tips बाजरा, जौ और ज्वार गांव में पहले भी खाने में शामिल था और आज भी। यह जरूर कह सकते हैं कि गांव में इसे पसंद करने वाले अब पहले से कम हुए हैं। इसके बावजूद पौष्टिकता से भरपूर ये तीनों खाद्य पदार्थ आज गांव से निकलकर शहर की थाली में पहुंच चुके हैं। बाजरा, जौ और ज्वार कई बीमारियों में रामबाण साबित हुए हैं। यही वजह है कि अब हर वर्ग बड़े चाव से इनका सेवन कर रहा है। डायटिशियन डाॅ निकिता कहती हैं कि बाजरा, जौ और ज्वार तीनों ही हमारे शरीर के लिए फायदेमंद है। बाजरा को सूजन कम करने, दिल की बीमारियों का जोखिम कम करने और शुगर नियंत्रित करने के लिए जाना जाता है। टाइप टू डायबिटीज से पीड़ित मरीजों के लिए भी यह रामबाण है। शुगर के स्तर में 27 फीसद तक की कमी आती है।
100 ग्राम बाजरे में 11.6 ग्राम प्रोटीन
बाजरा पीले, सफेद, लाल या भूरे रंग का होता है। इसका एक खास स्वाद होता है। इसे दलिया, पकौड़े या फिर रोटी के तौर पर खाने में शामिल कर सकते हैं। गांव-देहात में तो गुड़, देसी घी में लपेटकर लड्डू तक बनाकर खाते हैं। बाजरे की रोटी भी बनती है। प्रति 100 ग्राम बाजरे में लगभग 11.6 ग्राम प्रोटीन, 67.5 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और 132 मिलीग्राम कैरोटीन पाया जाता है। कैरोटीन हमारी आंखों की सेहत के लिए फायदेमंद है। प्रोटीन से भरपूर बाजरा हमारी हड्डियों को मजबूत बनाता है। इसमें मौजूद हाई फाइबर पाचन क्रिया को दुरुस्त रखता है और वजन कम करने में भी मददगार है। इसमें एंटी ऑक्सीडेंट की भी अच्छी खासी मात्रा होती है।
विदेशों में प्रमुख आहार बन रहा जाै
निकिता कहती हैं कि जौ को आजकल विदेशों में अधिक पसंद किया जा रहा है। यह विदेशों में खाए जाने वाले प्रमुख आहार में से एक बन चुका है। जौ में बीटा ग्लूकेंस की मात्रा काफी अधिक होती है। यह एक तरह का घुलनशील फाइबर है जो हृदय रोगों के लिए काफी अच्छा माना जाता है। बीटा ग्लूकेंस शरीर में कोलेस्ट्रोल को कम करके अच्छे कोलेस्ट्रोल किस तरह को बढ़ाने में मदद करता है। यह आसानी से मिलने वाला एक सस्ता आहार है। इसी तरह ज्वार पोषक तत्वों का एक बड़ा स्त्रोत है। इसमें मौजूद एंथोसायनिन और फेनोलिक एसिड शरीर के अंदर एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करते हैं। यह आकार में मकई और बाजरा से काफी छोटा होता है। ज्वार को मकई की तरह पॉप करके खाया जा सकता है। यह ग्लूटेन फ्री होता है और अक्सर दलिया के एक अच्छा विकल्प माना जाता है। इसका हल्का स्वाद होता है। फाइबर के साथ यह मैग्नीज, मैग्नीशियम और कॉपर का अच्छा स्त्रोत है।