Indian Railways IRCTC: देश के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र बाबू की जन्मभूमि जीरादेई स्टेशन पर माैर्य एक्सप्रेस का ठहराव खत्म, पूर्व मंत्री ने रेलवे से पुनर्विचार को कहा
Hatia-Gorakhpur Maurya Express रेलवे ने सीवान के जीरादेई स्टेशन से माैर्य एक्सप्रेस का ठहराव हटा दिया। यानी अब धनबाद के यात्री न तो मौर्य एक्सप्रेस से सीधे जीरादेई जा सकेंगे और न ही वहां से लौटने का विकल्प मिलेगा।
धनबाद [ तापस बनर्जी ]। Hatia-Gorakhpur Maurya Express देश की आजादी के लिए 17 साल की उम्र में फांसी पर चढ़ने वाले खुदीराम बोस, समाज को नई दिशा देने वाले विद्यासागर और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर रेलवे को याद रहे। पर आजाद भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद को भूल गई। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा क्या हुआ। हुआ यह कि बिहार के जिस जीरादेई में देश के पहले राष्ट्रपति का जन्म हुआ, वहां अब मौर्य एक्सप्रेस नहीं रुकेगी। लॉकडाउन के बाद रेलवे ने जीरादेई स्टेशन पर माैर्य एक्सप्रेस का ठहराव समाप्त करने का निर्णय लिया है।
243 दिनों पर माैर्य एक्सप्रेस के परिचालन को हरी झंडी
कोरोना के कारण 22 मार्च, 2020 से माैर्य एक्सप्रेस का परिचालन बंद है। अब जाकर गोरखपुर से हटिया के बीच 243 दिनों बाद मौर्य एक्सप्रेस को परिचालन की हरी झंडी मिली है। रेलवे ने सीवान के जीरादेई स्टेशन से इस ट्रेन का ठहराव हटा दिया। यानी अब न तो मौर्य एक्सप्रेस से सीधे जीरादेई जा सकेंगे और न ही वहां से लौटने का विकल्प मिलेगा। इसके साथ ही बिहार और पश्चिम बंगाल के कई दूसरे स्टेशन से भी मौर्य एक्सप्रेस का ठहराव हटा लिया गया है, जिसका सीधा प्रभाव यात्रियों पर पड़ेगा।
विद्यासागर, कर्पूरी ग्राम और खुदीराम पूसा में रुकेगी ट्रेन
इस ट्रेन का ठहराव विद्यासागर, कर्पूरी ग्राम और खुदीराम बोस पूसा स्टेशन पर पहले की तरह ही रहेगा। दोनों ओर से चलने वाली ट्रेन इन स्टेशनों पर रुकेंगी।
जल्दी कीजिए मौर्य में गोरखपुर से बुकिंग शुरू, हटिया से कल से
20 से चलने वाली मौर्य एक्सप्रेस में 18 नवंबर की सुबह से टिकटों की बुकिंग शुरू हो गई। अभी सिर्फ गोरखपुर से हटिया जानेवाली ट्रेन में आरक्षण शुरू हुआ है। काउंटर के साथ-साथ ई-टिकट भी बुक हो रहे हैं। 21 से हटिया से गोरखपुर जानेवाली मौर्य एक्सप्रेस के लिए भी टिकट की बुकिंग शुरू हो जाएगी। अभी इस ट्रेन में सेकेंड सीटिंग से थर्ड एसी तक पर्याप्त सीटें उपलब्ध हैं। यात्री आसानी से कंफर्म सीट बुक करा सकते हैं।
किस श्रेणी में कितना किराया गोरखपुर से धनबाद
- सेकेंड सीटिंग 240
- स्लीपर 485
- थर्ड एसी 1315
राजेंद्र प्रसाद जैसी शख्सीयत की जन्मभूमि से मौर्य एक्सप्रेस का ठहराव हटाना सही नहीं है। रेलवे इस पर पुनर्विचार करे। मेरी राय में जीरादेई में ठहराव बरकरार रहना चाहिए।
-प्रो. रीता वर्मा, पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व सांसद