मैथन से धनबाद के बीच आधे पानी की चोरी, शहर के लोग रह रहे प्यासे
लोगों को मालूम नहीं जलापूर्ति का समय पेयजल विभाग सुबह सात बजे और शाम छह बजे जलापूर्ति करता है। कुछ दिन पहले नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार ने सुबह आठ बजे और शाम चार बजे का समय निर्धारित किया है। यह केवल कागजों तक सीमित रह गया है।
धनबाद : इन दिनों पानी की पाइपलाइन में सेंधमारी हो रही है। धनबाद शहर की साढ़े चार लाख की आबादी की प्यास बुझाने के लिए 19 जलमीनारों से आपूर्ति की जाती है। ये जलमीनारें भेलाटांड़ वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से भरी जाती हैं। मैथन से धनबाद के लिए रोज 70 एमएलडी (मिलियन लीटर डे) पानी छोड़ा जा रहा है, लेकिन धनबाद पहुंचते ही यह 35 एमएलडी हो जाता है। इन दोनों जगहों के बीच की दूरी 43 किलोमीटर है। इस बीच एक दर्जन से अधिक जगहों पर पानी की हर दिन चोरी होती है। मेन राइ¨जग पाइप से रॉ पानी को चोरों से बचाने के लिए पेयजल विभाग चाहकर भी लगाम नहीं लगा पा रहा है। इसका खामियाजा हर दिन लोगों को भुगतना पड़ता है। विभाग भी मानता है कि अनियमित जलापूर्ति का एक कारण पानी चोरी भी है। मैथन डैम से भेलाटांड़ के बीच करीब 40 फीसद से अधिक पानी चोरी हो जा रहा है। इस कारण पाइपलाइन से वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में लो प्रेशर से पानी पहुंचता है। नतीजतन प्लांट में हर घंटे मोटर बंद करना पड़ता है। बिजली कटौती अनियमित जलापूर्ति का प्रमुख कारण है। ---------------------- लोगों को मालूम नहीं जलापूर्ति का समय पेयजल विभाग सुबह सात बजे और शाम छह बजे जलापूर्ति करता है। कुछ दिन पहले नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार ने सुबह आठ बजे और शाम चार बजे का समय निर्धारित किया है। यह केवल कागजों तक सीमित रह गया है। भेलाटांड़ वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से 19 जलमीनारों में जलापूर्ति होती है, लेकिन आधे ही जलमीनारों में सुबह आठ बजे तक जलापूर्ति हो पाती है। बाकि जलमीनारों में जलापूर्ति करने में शाम हो जाता है। इसके कारण लोगों को मजबूरन शाम तक पानी के लिए इंतजार करना पड़ता है। लोगों को पता ही नहीं कि जलापूर्ति कब होती है। ----------------------- ---- इस नंबर पर लें पानी की जानकारी शहर में जलापूर्ति संबंधी जलापूर्ति के लिए पेयजल विभाग में कॉल सेंटर खोला गया है। पूछताछ के लिए कॉल सेंटर का 9234389777 नंबर जारी किया गया है। इस नंबर से जलापूर्ति के समय व जलापूर्ति संबंधी अन्य जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। ------------------------ जलापूर्ति के लिए पानी की कमी की समस्या नहीं है। बिजली के चलते जलापूर्ति में परेशानी आ रही है। भेलाटांड़ वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में निर्बाध बिजली आपूर्ति नहीं होती, जिससे समय पर जलापूर्ति नहीं कर पाते हैं। - राहुल प्रियदर्शी, एसडीओ पेयजल विभाग