हंगामा है क्यों बरपा... क्या सुधरेगा धनबाद नगर निगम
Dhanbad Nagar Nigam News खुद को पर्यावरण सरंक्षणकर्ता बता रही बैंक माेड़ की इस लड़की ने पिछले सप्ताह नगर निगम में जमकर हंगामा किया। प्लास्टिक से इतना गुस्सा कि नगर आयुक्त के चैंबर के बाहर का पोस्टर तक फाड़ डाला। पुलिस बुलानी पड़ी।
आशीष सिंह, धनबाद। फिल्म रोबोट-2 याद है। इसका मुख्य विलेन था पक्षी राजन। लोग डरने लगे। जेब से मोबाइल तक नहीं निकलता था। कुछ ऐसा ही हाल इस समय नगर निगम का हो रखा है। एक लड़की से निगम का हर कर्मी डरा हुआ है। क्या चपरासी क्या नगर आयुक्त। खुद को पर्यावरण सरंक्षणकर्ता बता रही बैंक माेड़ की इस लड़की ने पिछले सप्ताह नगर निगम में जमकर हंगामा किया। प्लास्टिक से इतना गुस्सा कि नगर आयुक्त के चैंबर के बाहर का पोस्टर तक फाड़ डाला। पुलिस बुलानी पड़ी। फिर भी नहीं मानी। इधर दो-तीन दिन से हर दिन निगम पहुंचकर प्लास्टिक हटाने के लिए हंगामा करती है। निगम कर्मी बाहर से भोजन पैक कराकर लाते हैं तो प्लास्टिक का कंटेनर भी कागज में लपेट लेते हैं। कहीं लड़की देखकर हंगामा न करने लगे। सोमवार को तो डंडा लेकर कार्यालय पहुंच गई। नगर आयुक्त कार्यालय आए ही नहीं।
कुत्ता काटे तो करें वाट्सएप
हर गली-मोहल्ले में आवारा कुत्ते मिल जाएंगे। आम और खास सब इनसे परेशान। दस हजार आवारा कुत्ते होंगे। नगर निगम भी इनकी धरपकड़ नहीं कर रहा है। पिछले वर्ष एक-दो दिन डॉग कैचर वैन से आवारा कुत्तों को पकड़ने का काम भी हुआ। इसके बाद अभियान बंद। वैन भी निगम की शोभा बढ़ा रही है। आबादी रोकने के लिए इनके बंध्याकरण की भी योजना थी। यह भी ठंडे बस्ते में है। अब विभाग ने अजीबो-गरीब निर्णय लिया है। कुत्ता काटे तो शिकायत कीजिए। इसके लिए भी पांच तरीके बताए गए हैं। टोल फ्री नंबर, वाट्सएप नंबर, लैंडलाइन, वेबसाइट और ईमेल आइडी यानी कुल पांच तरीकों से शिकायत कीजिए। लोगों ने इसपर भी सवाल उठा दिया है। कुता काटने पर पहले रैबीज का इंजेक्शन लगवाएं या वाट्सएप करें। हद है भाई, कुत्ता पकड़ने की जगह इनकी शिकायत करनी पड़ेगी। किस कुत्ते ने काटा पता कैसे चलेगा।
राजनीति अपनी जगह, संबंध अपनी
राजनीति है भाई, यहां सब चलता है। चुनाव के बाद वोटर हाथ मलता है। धुर विरोधी भी समय आने पर गले मिलता है। अब इस तुकबंदी को कोई भाजपा विधायक राज सिन्हा और कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष राशिद रजा अंसारी से नहीं जोड़े। राजनीति से इतर संबंध भी कोई चीज है। इनसे बात कीजिए या उनसे, सुनेंगे यही कि राजनीति अपनी जगह है, व्यक्तिगत संबंध अपनी जगह। दोनों राजनीतिज्ञ यह भी जानते हैैं कि लोकतंत्र में बोलने की छूट सबको है। सो, पांच दिनों के भीतर गर्मजोशी से हुई उनकी तीन मुलाकातों पर लोग बोल रहे हैैं। राशिद रजा ने व्यक्तिगत कार्यक्रम किए। विधायक गए थे। राशिद ने पोस्ट किया, हमारे आवास पर बड़े भाई आए। इसके बाद आजादनगर में डिस्पेंसरी के उद्घाटन कार्यक्रम में दोनों ने मंच साझा किया। वासेपुर के कमर मखदूमी रोड में सोना सोबरन योजना के तहत हुए कार्यक्रम में दोनों की गलबहियां हुई।
जब्त तो होता है भाई जाता कहां है
धनबाद में खूब घर बन रहे हैं। अपार्टमेंट का भी जाल बिछ रहा है। धड़ल्ले से भवन निर्माण में प्रयोग होने वाली सामग्रियां भी सड़क किनारे ही बिक रही हैं। जब कभी विभाग की नींद टूटती है तो निकल पड़ते हैं कार्रवाई करने। दस दिन के अंदर दाे बार नगर निगम औचक छापेमारी की। पहली टीम ने दो सप्ताह पहले झाड़ूडीह, काली मंदिर बेकारबांध, कस्तूरबा नगर से बिल्डिंग मैटेरियल जब्त किया। इसके बाद तीन दिन पहले सरायढेला से बालू समेत बिल्डिंग मैटेरियल जब्त किया। चर्चा तो इसके बाद शुरू हुई। निगम सामग्री तो जब्त कर ले रहा है, लेकिन यह जा कहां रहा है। न तो निगम कार्यालय में इसकी आमद दिखती है और न कहीं और। इसकी चर्चा सिर्फ निगम कार्यालय ही नहीं बाहर भी है। मिस्टर इंडिया की तलाश में कई लोग जुट गए हैं। फिर भी यह नजर नहीं आ रहा।