अनुसूचित जनजाति के दर्जा नहीं मिला तो वोटिंग का बहिष्कार करेंगे घटवार
झारखंड की 81 विधानसभा सीटों में 40 पर घटवाल घटवार समाज का अच्छा प्रभाव है।
संस, निरसा : झारखंड की 81 विधानसभा सीटों में 40 पर घटवाल घटवार समाज का अच्छा प्रभाव है। इन सीटों पर हमलोग जिसे चाहेंगे उसे जिताएंगे। यदि राज्य सरकार लोकसभा चुनाव से पहले हमलोगों को अनुसूचित जनजाति का दर्जा नहीं देती है तो लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे। उक्त बातें घटवार घटवाल आदिवासी महासभा के संस्थापक सह केंद्रीय अध्यक्ष वीर दुर्गा प्रसाद ¨सह ने बुधवार को बेलचढी में प्रेस वार्ता में कहीं।
कहा कि आगामी 27 फरवरी को निरसा यज्ञ मैदान में समाज का जिला स्तरीय हुंकार महारैली का आयोजन किया जाएगा। इसमें प्रदेश के सारे पदाधिकारी मौजूद रहेंगे।
उन्होंने कहा कि झारखंड में लगभग 35 लाख घटवार घटवाल समाज के लोग हैं। 1952 तक घटवार एवं घटवाल को आदिवासी की सूची में शामिल किया गया था। लेकिन 1952 में अनुसूचित जाति का का दर्जा छीन लिया गया। 1989 में शोध संस्थान रांची के पूर्व निदेशक प्रो. सुरेंद्र प्रसाद सिन्हा ने सरकार की अनुशंसा पर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की थी। जिसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि लिपिकीय भूल के कारण 1952 में घटवार घटवाल जाति का नाम अनुसूचित जनजाति से छूट गया है। परंतु सरकार प्रो. सुरेंद्र प्रसाद सिन्हा की जांच रिपोर्ट को नहीं मान रही है।
हुंकार रैली को लेकर विभिन्न गांवों का दौरा कर जनसंपर्क अभियान चलाया गया। इस दौरान जेनरा गांव में पुलवामा में शहीद सैनिकों के सम्मान में दो मिनट का मौन रख उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया गया। प्रेस वार्ता में धनबाद जिला प्रभारी सुरेश राय, जिलाध्यक्ष गोपाल राय, सपन राय, महावीर राय, ललन राय, रवि राय मौजूद थे।