ब्रांड वैल्यू के सवाल पर गैंगस्टर सुजीत ने शूटर अमन को दी चुनाैती, दम है तो अपने नाम पर रंगदारी वसूले
सुजीत ने महिला दारोगा से कहा कि रंगदारी के मसले पर अमन से आपने पूछताछ कर ली है। वह भी रंगदारी लेता है लेकिन उसका कार्यक्षेत्र चतरा लातेहार पलामू और जमशेदपुर है। समझ नहीं आता है कि कौशल पांडेय ने उसके खिलाफ क्यों प्राथमिकी दर्ज कराई है।
जागरण संवाददाता, धनबाद। हिलटाप हाईराइट प्राइवेट लिमिटेड आउटसोर्सिंग कंपनी के प्रबंधक से 50 लाख की रंगदारी मांगने के मामले में शुक्रवार को सरायढेला थाना की महिला दारोगा ने गैंगस्टर सुजीत सिन्हा से धनबाद जेल में पूछताछ की। सुजीत ने कहा कि धनबाद में उसने अभी तक किसी से रंगदारी नहीं मांगी है, न ही उसने धनबाद को अपना कार्य क्षेत्र बनाया है। सुजीत ने कहा- उसके नाम का गलत इस्तेमाल कर रंगदारी मांगी जा रही थी। उसने अमन सिंह को साफ संदेश दिया कि दम है तो अपने नाम पर रंगदारी वसूले। उसका नाम कहीं नहीं आना चाहिए। हिलटाप आउटसोर्सिंग के प्रबंधक कौशल पांडेय से रंगदारी मांगने के मुकदमे में महिला दारोगा सोनिका वर्मा अनुसंधानकर्ता है।
धनबाद में सुकून से रहने आया
सुजीत ने महिला दारोगा से कहा कि रंगदारी के मसले पर अमन से आपने पूछताछ कर ली है। वह भी रंगदारी लेता है, लेकिन उसका कार्यक्षेत्र चतरा, लातेहार, पलामू और जमशेदपुर है। समझ नहीं आता है कि कौशल पांडेय ने उसके खिलाफ क्यों प्राथमिकी दर्ज कराई है। महिला दारोगा से सुजीत बोला कि वह धनबाद में सुकून से रहने आया है। उस पर फिलहाल 60 मुकदमे हैैं। दो मुकदमे में आजीवन कारावास की सजा हुई है। बाकी मुकदमे में चार-पांच वर्ष से अधिक की सजा नहीं है।
पुलिस वाले ने बनाया अपराधी, इसलिए करता हूं परेशान
सुजीत ने कहा कि वह आम आदमी था। शांति से जी रहा था। पुलिस वाले ने उसे अपराधी बनाया। एक पुलिस अफसर ने उस पर हत्या का झूठा केस कर दिया। हथियार दिखा दिया। डायरी में पुलिस अफसर ने लिखा था कि अपनी पत्नी के कहने पर हत्या की थी। अभी तक तमाम बातें याद हैं। इसलिए अपराध जगत में आने के बाद वह पुलिस को परेशान करता रहा है।
जेल से छूटा तो चतरा में करेगा कोयला का धंधा
महिला दारोगा से सुजीत बोला कि अगर उसे जमानत मिल गई तो चतरा में कोयला का कारोबार करेगा। वह कोयला के कारोबार से जुड़े कई लोगों को जानता है। इसलिए उसे फायदा मिलेगा।