Gold Loan Scheme चलाने वाले बैंकों के लिए ठगों ने बजा दी खतरे की घंटी, IOB को नकली सोना देकर ले उड़े 35 लाख
Gold Loan Scheme Fraud इन दिनों बैंक गोल्ड लोन योजना चला रहे हैं। इसके तहत सोना जमा करा बैंकों से कोई भी लोन ले सकता है। इसका का फायदा उठाकर साहिबगंज में इंडियन ओवरसीज बैंक से 35.37 लाख रुपये की ठगी की गई।
साहिबगंज, जेएनएन। झारखंड के संताल परगना के जिले देश भर में ठगी और चोरी के विभिन्न तरह के अपराधों के लिए बदनाम हो चुके हैं। जामताड़ा साइबर अपराध के लिए कुख्यात है तो साहिबगंज के शातिर देशभर में विख्यात हैं। दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों में चोरी और पॉकेटमारी का संगठित गिरोह संचालित करने के लिए साहिबगंज के शातिर चोर बदनाम हैं। महानगरों में बड़ी-बड़ी ज्वेलरी की दुकानों में चोरी की घटनाओं में साहिबगंज के चोरों का नाम जुड़ता रहा है। अब यहां के शातिरों ने बैंक को भी चूना लगाना शुरू कर दिया है। इनके निशाने पर हैं गोल्ड लोन योजना चलाने वाले बैंक। इंडियन ओवरसीज बैंक की साहिबगंज शाखा में नकली सोना जमा करा 35.37 लाख रुपये की ठगी हो गई है। इस घटना Gold Loan Scheme चलाने वाले बैंकों के लिए खतरे की घंटी है।
ठगी के बाद बैंक ने दर्ज कराई प्राथमिकी
चार लोगों ने इंडियन ओवरसीज बैंक की साहिबगंज शाखा को चूना लगा दिया। 1174.23 ग्राम नकली सोना बैंक में बंधक रखकर 35.37 लाख रुपये ऋण ले लिया। जब देवघर व गोड्डा के जांचकर्ताओं से सोने की शुद्धता परखी तो पता चला कि यह तो नकली सोना है। सोना बैंक की तिजोरी में रखा था। इंडियन ओवरसीज बैंक के वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबंधक संजय कुमार ने बैंक के सोने की शुद्धता की जांच करने वाले नयन कुमार स्वर्णकार और ऋण लेने वाले मोहम्मद मंजूर आलम, विवेक कुमार, नवनीत कुमार एवं संतोष कुमार स्वर्णकार पर नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
जांचकर्ताओं और ऋणधारकों की मिलीभगत
जांचकर्ता नयन कुमार स्वर्णकार चौक बाजार के स्वीटी ज्वेलर्स का संचालक है। ऋणधारक संतोष कुमार स्वर्णकार उसी का भाई है। इसके अलावा विवेक कुमार व नवनीत कुमार स्टोन चिप्स के व्यापारी हैं। ऋण दिसंबर 2020 व जनवरी 2021 में लिया गया था। जांचकर्ता नयन की जांच रिपोर्ट के आधार पर ही तत्कालीन ब्रांच मैनेजर ने बलुआ दियारा निवासी मोहम्मद मंजूर आलम को 324 ग्राम सोने के बदले नौ लाख 92 हजार, नाड़ी दियारा निवासी निवासी विवेक कुमार को 314.70 ग्राम सोने के बदले नौ लाख 75 हजार, नवनीत कुमार को 342.95 ग्राम सोने के बदले नौ लाख 75 हजार तथा मजहर टोला निवासी संतोष कुमार स्वर्णकार को 192.58 ग्राम सोने के बदले पांच लाख 95 हजार रुपये ऋण दिया।
इस तरह ठगी का हुआ खुलासा
बैंक ने वार्षिक जांच के दौरान तिजोरी में रखे गए सोने की जांच देवघर व गोड्डा के जांचकर्ताओं को बुलाकर कराई। बैंक अधिकारियों के उस समय होश उड़ गए जब उनको बताया गया कि यह सोना तो नकली है। इनकी रिपोर्ट के आधार पर पांचों लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया गया है। एसडीपीओ राजेंद्र कुमार दुबे ने बताया कि प्राथमिकी कर ली गई है। दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।