...तो अगस्त में झेलनी पड़ सकती है पानी की किल्लत, दो विभागों की आपसी खींचतान का खामियाजा उठाएगी 4 लाख आबादी Dhanbad News
धनबाद जिले में जलापूर्ति योजना का मेंटेनेंस कर रहे 150 कर्मियों को तीन माह से वेतन नहीं मिला है। पेयजल एवं आपूर्ति विभाग पर भाटेक एजेंसी का लगभग 49 लाख वेतनमद का बकाया चल रहा है।
धनबाद, जेएनएन। दो विभागों की आपसी खींचतान में खामियाजा धनबाद के लगभग चार लाख आबादी को उठाना पड़ सकता है। अगर सब कुछ ठीक ना हुआ तो अगस्त में पानी की गंभीर समस्या पैदा होने की संभावना है। दरअसल, धनबाद मैथन जलापूर्ति योजना के मेंटेनेंस का काम देखने वाली एजेंसी भाटेक के लगभग 150 कर्मियों को पिछले 3 माह से वेतन नहीं मिला है। पेयजल एवं आपूर्ति विभाग पर भाटेक एजेंसी का लगभग 49 लाख वेतनमद का बकाया चल रहा है। एजेंसी ने धनबाद प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को कई दफा पत्र लिखकर भुगतान करने को भी कहा, लेकिन अभी तक विभाग भुगतान नहीं कर सका है।
पेयजल विभाग के इस मामले में अपना ही तर्क है। पेयजल विभाग का कहना है कि वेतन भुगतान के लिए नगर निगम को पत्र लिख चुके हैं। निगम से अभी तक राशि जारी नहीं हो सकी है। इस जैसे भुगतान नहीं हो सका है। विभाग के कार्यपालक अभियंता हरेंद्र मिश्रा का तो यहां तक कहना है कि वेतन के लिए नगर निगम से कई दफा पत्राचार किया गया, लेकिन अभी तक सकारात्मक निष्कर्ष नहीं निकल सका है। वेतन मद की राशि अधिक है और विभाग फिलहाल देने में सक्षम नहीं है।
मैथन से लेकर धनबाद तक मेंटेनेंस करते हैं 150 कर्मी : बता दें कि यह 150 कर्मी धनबाद शहरी जलापूर्ति योजना के तहत शहर और आसपास के 19 जलमीनारों के साथ-साथ मैथन इंटकवेल, भेलाटांड़ वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और मैथन से धनबाद तक मेन राइजिंग पाइप का मेंटेनेंस का कार्य करते हैं। अगर कर्मी हड़ताल पर जाते हैं तो पूरी व्यवस्था चरमरा जाएगी। दो विभागों की आपसी खींचतान का खामियाजा इन कर्मचारियों के साथ-साथ पूरे शहर को उठाना पड़ जाएगा।
इन जलमीनारों से शहर को मिलता है पानी : पुलिस लाइन, गोल्फ ग्राउंड, पुराना बाजार, मनईटांड़, मटकुरिया, धोवाटांड़, गांधी नगर, भूदा, बरमसिया, धनसार, हीरापुर, चिरागोड़ा, भूली, पॉलीटेक्निक, हिल कॉलोनी, पीएमसीएच, मेमको मोड़, स्टील गेट।