Neeraj Singh massacre : नहीं मालूम किस डॉक्टर ने नीरज को घोषित किया मृत, पीएमसीएच अधीक्षक व प्राचार्य का नहीं लिया बयान Dhanbad News
पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड में 12वें दिन कांड के अनुसंधानकर्ता ने कोर्ट के समक्ष चौकाने वाले बयान दर्ज कराया। कहा कि किस डॉक्टर ने नीरज को मृत घोषित किया नहीं मालूृम है
धनबाद, जेएनएन। पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड में 12वें दिन कांड के अनुसंधानकर्ता निरंजन तिवारी का बयान दर्ज किया गया। जिसमें निरंजन ने बताया गया कि केंद्रीय अस्पताल के किस डॉक्टर ने नीरज सिंह को देखकर उनको मृत घोषित किया इसका पता नहीं लगाया था। साथ ही घायलों को किस अवस्था में अस्पताल लाया गया, ये भी नहीं मालूम।
शुक्रवार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश आलोक कुमार दूबे की अदालत में बचाव पक्ष के वरीय अधिवक्ता बीएम त्रिपाठी, मदन मोहन दरिप्पा, देवीशरण सिन्हा, मो. जावेद, पंकज प्रसाद, कुमार मनीष, जया कुमार, एके तिवारी ने अनुसंधानकर्ता से तीखे सवालों किए। जवाब देते वक्त अनुसंधानकर्ता कई बार असहज हुए।
सवालों का जवाब देते हुए अनुसंधानकर्ता ने कहा कि मैंने इस कांड के अनुसंधान में जो भी कार्यवाही की, जिन का बयान लिया और जिन अभियुक्तों का बयान लिया, वह सारा विवरण मैंने कंडिकावार दैनिकी में लिखा है। कहा कि प्राचार्य पीएमसीएच एवं अधीक्षक का बयान नहीं लिया था तथा उनसे प्रदर्श के मूल प्रति की मांग नहीं की थी। उस समय धनबाद के वरीय पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चौथे थे।
केंद्रीय अस्पताल के किस डॉक्टर ने नीरज सिंह को देखकर उनको मृत घोषित किया इसका पता मैंने नहीं लगाया था। घटनास्थल के अगल-बगल में सीसीटीवी नहीं लगा है। स्टील गेट घटनास्थल है।
अनुसंधानकर्ता ने कहा कि नीरज सिंह के अलावा अन्य घायलों मुन्ना तिवारी, घोल्टू महतो उर्फ चंद्र प्रकाश महतो एवं अशोक यादव को किसने अस्पताल पहुंचाया उसके बारे में अनुसंधान नहीं किया। मैंने पता नहीं लगाया कि उनलोगों को किस अवस्था में अस्पताल लाया गया। कौन से चिकित्सक ने उन लोगों को मृत घोषित किया मैंने उसका अनुसंधान नहीं किया।