झारखंड के पहले 8 लेन रोड पर लगा ब्रेक तो तेज हुई राजनीति, निरीक्षण कर बाबूलाल ने मुख्यमंत्री को किया ट्वीट
पूर्व मुख्यमंत्री ने बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हेमंत सरकार के पास विजन नहीं है। इस कारण निर्माण रोका गया है। राजनीति अपनी जगह पर है। विकास के साथ राजनीति नहीं होनी चाहिए।
धनबाद, जेएनएन। झारखंड के पहले आठ लेन रोड के निर्माण पर ब्रेक के बाद राजनीति तेज हो गई। भाजपा विधायक दल के नेता पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने गुरुवार को रोड का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि इस सड़क का निर्माण रोकना विकास विरोधी मानसिकता का परिचायक है। झारखंड सरकार के पास विकास विजन नहीं है। इस सड़क का फिर से निर्माण शुरू हो इसके लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बात करेंगे। इस मुद्दे पर मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और सीएमओ को ट्वीट भी किया है।
दुमका से रांची लौटने के क्रम में धनबाद में #वर्ल्डबैंक की मदद से बन रही सूबे की पहली आठ लेन सड़क का अवलोकन किया। राज्य सरकार ने फंड की कमी का बहाना बना कर इसके निर्माण पर रोक लगा दिया है, जो अनुचित है। यह काफी उपयोगी योजना है। 1/2@JharkhandCMO@BJP4Jharkhand pic.twitter.com/HeicV6jK0g
— Babulal Marandi (@yourBabulal) July 9, 2020
झारखंड में भाजपा की सरकार थी और रघुवर दास मुख्यमंत्री थे तो मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने धनबाद के गोल बिल्डिंग से लेकर काको मठ तक 8 लेन रोड का निर्माण शुरू करवाया। 20 किमीटर इस लंबे रोड की लागत 417 करोड़ है। 17 प्रतिशत लेस पर इसका काम दो कंस्ट्रक्शन एजेंसियों को दिया गया है। एक हरियाणा की है तो दूसरी जमशेदपुर की। इस सड़क को झारखंड में विकास के मॉडल के रूप में देखा और प्रचारित किया जाता रहा है। झारखंड में झामुमो गठबंधन की सरकार और हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री बनने के बाद सड़क का निर्माण रोक दिया गया है। तर्क यह दिया जा रहा है कि सरकार के पास पैसा नहीं है। धनबाद में 8 लेन रोड की जरूरत नहीं है। वैसे यह विश्वबैंक वित्त पोषित सड़क है।
दुमका से रांची लाैटने के क्रम में पूर्व मुख्यमंत्री ने गुरुवार को 8 लेन रोड का निरीक्षण किया। उनके साथ धनबाद के मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल और जिला भाजपा महामंत्री संजय झा भी थे। अग्रवाल ने मरांडी को सड़क के बाबत विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने सड़क के बनने से मिलने वाली सुविधाओं से भी अवगत कराया। यह सड़क सूबे की पहली आठ लेन सड़क है। बीच में हाई स्पीड सड़क है, इसके अगल-बगल सर्विस लेन है। सड़क के दोनों ओर कामगारों और आम लोगों के चलने के लिए साइकिल ट्रैक बनाया गया है। ड्रेन के बाद सात-सात फीट की जगह छोड़ी गई है, ताकि भविष्य में पाइपलाइन और बिजली का काम किया जा सके। इतना ही नहीं हर आधे किलोमीटर पर सड़क के बीच एक बड़े पाइप की भी सुविधा दी जाएगी, ताकि भविष्य में सड़क काटने की नौबत न आ सके। इससे धनबाद की ट्रैफिक भी बहुत हद तक कम हो जाएगी।
इस सड़क के किनारे नया धनबाद बसाने की योजना रही है। मुख्यमंत्री @HemantSorenJMM जी को इस संदर्भ में अवगत कराते हुए जल्द ही इसका निर्माण प्रारम्भ कराने का प्रयास होगा। 2/2@BJP4Dhanbad — Babulal Marandi (@yourBabulal) July 9, 2020
निरीक्षण के बाद बाबूलाल सड़क से काफी प्रभावित हुए। उनका कहना था कि यह सड़क बन जाय तो इसके दोनों तरफ नया धनबाद का बसेरा हो सकता है। यह इलाका देश-दुनिया के नामी-गिरामी शहरों की तरह विकसित होगा। बाबूलाल ने कहा कि आने वाले समय में यह सड़क बहुत से शहरों को विकास में पीछे छोड़ेगी। कतरास से झरिया तक के लोगों को यहां बसने में बहुत सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार के पास विजन नहीं है। इस कारण निर्माण रोका गया है। राजनीति अपनी जगह पर है। विकास के साथ राजनीति नहीं होनी चाहिए। मेयर ने कहा कि भाजपा विरोधी राजनीतिक मानसिकता के कारण रोड का निर्माण रोका गया है। इस पर बाबूलाल ने कहा एक रिप्रेजेंटेशन बनाकर दीजिए। इस मामले में सरकार से बात करेंगे।