Flood In Sahibganj: फिर बढ़ने लगा गंगा का जलस्तर, पहले से प्रभावित परिवार दहशत में
साहिबगंज में रविवार की सुबह यहां गंगा नदी 28.03 मीटर पर बह रही थी लेकिन उसके बाद जलस्तर में वृद्धि शुरू हो गई। शाम में गंगा का जलस्तर बढ़कर 28.04 पर पहुंच गया था जिसके सोमवार सुबह तक 28.05 पर पहुंच जाने की आशंका है।
जागरण संवाददाता, साहिबगंज। एक बार पुन: साहिबगंज में गंगा का जलस्तर बढऩे लगा है। रविवार की सुबह यहां गंगा नदी 28.03 मीटर पर बह रही थी लेकिन उसके बाद जलस्तर में वृद्धि शुरू हो गई। शाम में गंगा का जलस्तर बढ़कर 28.04 पर पहुंच गया था जिसके सोमवार सुबह तक 28.05 पर पहुंच जाने की आशंका है। अगर इसी तरह गंगा नदी के जलस्तर में वृद्घि होती रही तो एक बार पुन: दियारा के लोगों को बाढ़ का सामना करना पड़ सकता है।
19 अगस्त को 28.90 मीटर पर पहुंच गया था जलस्तर
गौरतलब हो कि जिले में गंगा का जलस्तर 19 अगस्त को 28.90 मीटर पर पहुंच गया था जिसके बाद से इसमें कमी आनी शुरू हो गई थी। रविवार की सुबह यह घटकर 28.03 मीटर पर पहुंच गया था जिसके बाद पुन: पानी बढऩे लगा। बक्सर, हाथीदह में विगत दो-तीन दिन से जलस्तर में वृद्धि हो रही थी। ऐसे में यहां भी जलस्तर में वृद्धि की आशंका जतायी जा रही थी। रविवार को बक्सर में पानी घटने लगा था जबकि हाथीदह में बढ़ रहा था। अन्य जगह पर जलस्तर स्थिर था।
पानी निकाला तो दिया तबाही का मंजर
दूसरी तरफ गंगा के जलस्तर में कमी आने से के बाद दियारा क्षेत्रों से भी पानी निकलने लगा है। ऐसे में पिछले 21 दिनों से बाढ़ की विभीषिका को झेल रहे रामपुर दियारा स्थित दुर्गास्थान टोला के लोग अपने गांव लौटने को आतुर हैं। पर उनके मकान बाढ़ से क्षतिग्रस्त हो गए है। अब रहने लायक नहीं बचे हैं। फिर लोग वासपी की उम्मीद लगाए हैं। रामपुर दियारा में स्थित तकरीबन 200 परिवार निवास करते हैं। बाढ़ आने के बाद ज्यादातर लोग राहत शिविर में रह रहे थे। कई लोग दियारा में ही मचान बना कर रह रहे थे। इस दौरान यहां रह रहे लोगों को कई प्रकार की कठिनाइयों से भी रूबरू होना पड़ा। बाढ़ का पानी उतरने के बाद रामपुर दियारा में चारों ओर तबाही का मंजर दिख रहा है। दियारा में बने अधिकतर घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। वे अब रहने के लायक नहीं हैं।
दियारा में कीचड़ पसरा, लोग परेशान
दियारा में कीचड़ पसरा है। लोग इसी से किसी प्रकार आना जाना कर रहे हैं। पानी उतरने के बाद दियारा क्षेत्र में दुर्गंध फैलना शुरू हो गया है। वही कई घरों में सांप बिच्छू प्रवेश कर कर गया है। ऐसे में यहां लोग जान हथेली में लेकर रह रहे है। शनिवार को दियारा में सन्नाटा छाया हुआ था। एक दो लोग ही नजर आ रहे थे। इक्का-दुक्का लोग पानी में प्रवेश कर आगे जा रहे थे। घर के अंदर चौकी पर कई समान रखा हुआ था। जानवर परेशान नजर आ रहे थे। एक जगह मचान पर बैठकर कुछ लोग बात कर रहे थे। गांव वालों ने बताया कि इस बार बाढ़ ने हम लोगों को तबाह कर दिया। हम सभी लोगों को घर पूरा तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। दियारा में लगी फसल व पेड़ पौधा भी नष्ट हो गया है। घर में बड़ा बड़ा सांप घुस गया है। अब पानी उतरने लगा है। जल्द ही शिविर में रह रहे लोग दियारा वापस हो जाएंगे। टीन के बने नाव पर सवार होकर जा रही महिला पंचमी देवी बताती है कि मवेशी का चारा नहीं है। इसलिए नाव से उसपार साहिबगंज घास काट कर लाने के लिए जा रहे है ताकि मवेशी का पेट भर सके।