Indian Railways IRCTC: पटरी से उतरा पानी तो पुराने रूट पर लाैटीं ट्रेनें, झारखंड से बिहार का सफर होगा आसान
झारखंड के साहिबगंज से बिहार जाने वाली बाढ़ प्रभावित रेल रूट सामान्य हो गई है। मालदा रेल मंडल के डीआरएम ने ट्वीट कर जानकारी दी है। रेल रूट सामान्य होने के बाद अब रांची-भागलपुर वनांचल एक्सप्रेस भी बदले हुए रूट से नहीं चलेगी।
जासं, धनबाद/ साहिबगंज। झारखंड के साहिबगंज से बिहार जाने वाली बाढ़ प्रभावित रेल रूट सामान्य हो गई है। मालदा रेल मंडल के डीआरएम ने ट्वीट कर जानकारी दी है। रेल रूट सामान्य होने के बाद अब रांची-भागलपुर वनांचल एक्सप्रेस भी बदले हुए रूट के बजाय अपने निर्धारित रूट से चलेगी। भागलपुर-जमालपुर के बीच रेल लाइन पर पानी भर जाने के कारण कई ट्रेनों का रूट बदल दिया गया था। कुछ ट्रेनें स्थगित कर दी थी। रेल परिचालन सामान्य होने से रक्षा बंधन में घर जाने वाले यात्रियों ने राहत की सांस ली है।
आज से पुराने रूट पर वनांचल समेत दूसरी ट्रेनें
तकरीबन एक हफ्ते से बिहार जाने वाली ट्रेनें प्रभावित हैं। कई ट्रेनों के रूट बदल दिए गए। कई ट्रेनों को रद कर दिया गया तो कुछ ट्रेनें ऐसी भी थी जो गंतव्य तक नहीं गई और बीच रास्ते से ही लौट गई। पर रक्षाबंधन से ठीक पहले रेलवे ने प्रभावित रेलखंड को दुरुस्त कर लिया है। आज से रांची से भागलपुर जाने वाली वनांचल एक्सप्रेस पहले की तरह अपने रूट से ही चलेगी। वापसी में भी भागलपुर से रांची जाने वाली वनांचल एक्सप्रेस 21 अगस्त की रात से पुराने रूट पर लौट जाएगी।
एक सप्ताह से प्रभावित थीं ट्रेनें
झारखंड के साहिबगंज और बिहार के जमालपुर रेलखंड पर भारी बारिश की वजह से पिछले एक हफ्ते से ट्रेनें प्रभावित हो रही थीं। इनमें रांची से भागलपुर जाने वाली वनांचल एक्सप्रेस को रामपुरहाट व दुमका रूट से चलाया जा रहा था। साहिबगंज और पाकुड़ जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानी हो रही थी। इसके साथ ही दूसरी दर्जनों ट्रेनों के रूट बदल दिए गए थे और उन्हें झाझा, किउल और जसीडीह होकर से चलाया जा रहा था।सोमवार से ट्रेनों के सामान्य होने की संभावना जताई गई थी। पर रेलवे ने पहले ही ग्रीन सिग्नल दे दिया। अब तमाम ट्रेनें पहले की तरह अपने रूट से चलेंगी।
प्रभावित रूट पर कम की गई ट्रेनों की रफ्तार
ट्रेनों का परिचालन नियमित रूट से करने से पहले पूर्व रेलवे ने तमाम रेल पुलों का निरीक्षण कराया। पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद ट्रेनों को चलाने की अनुमति दी है। हालांकि बाढ़ प्रभावित रेलखंड पर ट्रेनों की रफ्तार कम कर चलाई जाएंगी। ट्रेनों की अधिकतम रफ्तार 50 किलोमीटर प्रति घंटे होगी।