नक्सली जन अदालत में पुलिस मुखबिर पिटाई प्रकरण में जमीन विवाद की FIR, दहशत में हरिचरण का परिवार Dhanbad News
टुंडी थाना प्रभारी शारदा रंजन प्रसाद सिंह ने बताया कि घटना का कारण मूल रूप से जमीन विवाद से जुड़ा हुआ है। हरिचरण और उसके परिवार के सदस्यों के साथ घटना घटी है।
टुंडी, जेएनएन। टुंडी प्रखंड के बेगनोरिया पुलिस पिकेट से 500 मीटर दूर नयाडीह भंडरियाटांड़ में गुरुवार रात लाठी-डंडा व कुल्हाड़ी से लैस 30 से 35 की संख्या में शामिल लोगों ने हरिचरण हांसदा, उसकी पत्नी पूजा देवी व चचेरे भाई दिलीप हांसदा को अगवा कर लिया था। गांव से दो किमी दूर काडालगा जंगल ले जाकर तीनों को हाथ पैर बांध कर लाडी-डंडे से भरदम पिटाई की थी। शनिवार को टुंडी थाना की पुलिस पीडि़त परिवार से जाकर मिली और घटनास्थल भी गई जहां तीनों को घर से उठाकर ले जाया गया व पीटा गया।
डीएसपी हिमांशु मांझी, टुंडी थाना प्रभारी शारदा रंजन सिंह, बरवाअड्डा थाना प्रभारी सहित काफी संख्या में पुलिस बल ने हरिचरण हांसदा के चचेरे भाई दिलीप हांसदा के साथ पहाड़ की तलहटी तक पूरा जायजा लिया। इधर हरिचरण हांसदा ने टुंडी थाना में अपने पड़ोसी समेत 30-35 अज्ञात लोगों पर शिकायत दर्ज कराई। उसने लिखित शिकायत की कि दो जुलाई की रात साढ़े आठ बजे वह अपने पूरे परिवार के साथ बैठा था। अचानक 30 से 35 की संख्या में अज्ञात लोग मुंह बांधे घर में घुस पड़े। गाली-गलौज करते हुए डंडा से मारपीट करने लगे। इसके बाद मुझे, मेरी पत्नी व चचेरे भाई को पकड़ कर दो किमी दूर काडालगा जंगल ले गए। वहां हाथ-पैर बांधकर जमीन पर बैठा दिया। लाठी-डंडा से मारपीट करने लगे। बाबूजान हांसदा, मिहीलाल किस्कू व राजेश किस्कू का नाम पता बताते हुए कहा कि बाबूजान हांसदा की जमीन छोड़ दो और गांव छोड़कर भाग जाओ, नहीं तो पूरे परिवार को जान से मार देंगे। सभी लोगों के हाथ में लाठी-डंडा व कुछ के पास कुल्हाड़ी था। उन्होंने सादे कागज पर हस्ताक्षर करवाकर हमलोगों को छोड़ दिया।
टुंडी थाना प्रभारी शारदा रंजन प्रसाद सिंह ने बताया कि घटना का कारण मूल रूप से जमीन विवाद से जुड़ा हुआ है। हरिचरण और उसके परिवार के सदस्यों के साथ घटना घटी है। हरिचरण की लिखित शिकायत पर पुलिस मामले की कार्रवाई में जुट गई है।