नर्स की इज्जत से खेलता रहा दारोगा, शादी की जिद की तो तान दी पिस्तौल; अब बदचलन साबित करने में जुटी Police
धनबाद के बलियापुर थाने में पदस्थापित दारोगा मोहन मरांडी पर दुष्कर्म की प्राथमिकी दर्ज हुई है। इसके बाद मरांडी भूमिगत हो गया है। उस पर दुष्कर्म की प्राथमिकी गोड्डा की रहने वाली एक नर्स ने दर्ज कराई है।
धनबाद/ दुमका, जेएनएन। शादी के झांसा देकर शिकारीपाड़ा की एएनएम (नर्स) से दुष्कर्म करने के मामले में धनबाद के बलियारपुर थाना के दारोगा मोहन मरांडी बुरी तरह से फंस गए हैं। नर्स ने दुमका जिले के शिकारीपाड़ा थाना में मामला दर्ज कराया। पुलिस ने दुष्कर्म का मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है। आरोपित दारोगा मरांडी मूल रूप से गोड्डा जिले के महागामा थाना क्षेत्र के मोहनपुर गांव का रहने वाला है। वह एक साल तक नर्स का शारीरिक शोषण करता रहा। नर्स ने जब शादी की जिद की तो सर्विस रिवाल्वर तान दी। जान मारने की धमकी दी।
क्या है पूरा मामला
शिकारीपाड़ा प्रखंड में एएनएम 25 वर्षीय महिला ने आरोप लगाते हुए कहा कि अवर निरीक्षक मोहन मरांडी की बहन शिकारीपाड़ा में एएनएम है। नवंबर 2019 में वह बहन से मिलने के लिए आया। घर में ही उससे मुलाकात हुई। परिचय होने के बाद शादी का प्रलोभन देकर मर्जी के खिलाफ शारीरिक संबंध बनाया। बलियापुर अपने दोस्त के यहां पत्नी बताकर ले गया और यहां भी यौन शोषण किया। चार नवंबर, 2020 को फिर शिकारीपाड़ा आया और दुमका में रहने वाले एक दोस्त के घर ले जाकर शारीरिक शोषण किया। हर बार यही कहकर गलत काम करता रहा है कि जल्द शादी कर लेगा। चार फरवरी 21 को शादी दबाव डाला तो खुद को पुलिस पदाधिकारी बताकर जान मारने की धमकी दी। डर की वजह से थाना जाने का साहस नहीं कर सकी। आठ मार्च को महिला ने थाना जाकर मामला दर्ज कराया। पुलिस ने धारा 376 (2) के तहत यौन शोषण का मामला दर्ज किया।
शिकारीपाड़ा थानेदार बने आइओ
दारोगा पर दुष्कर्म मामले की जांच का आइओ शिकारीपाड़ा के थानेदार सुशील कुमार को बनाया गया है। पुलिस महिला की शिकायत के बाद जांच में जुट गई है। अब देखना यह है कि नर्स को न्याय मिल पाता है या नहीं? चूंकि, मामला झारखंड पुलिस से जुड़ा हुआ है। उसके एक दारोगा पर आरोप लगाता है। दूसरी तरफ नर्स को भी बदचलन साबित करने की कोशिश शुरू हो गई। पुलिस को कहना है कि वह दो साल पहले गांव के एक लड़के के साथ भाग चुकी है। थाना में दारोगा के खिलाफ यौन शोषण का मामला दर्ज कराने वाली महिला वर्ष 18 में भी गांव के एक युवक के साथ घर से भाग चुकी है। नर्स के पिता ने भगाकर ले जाने वाले के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कराया था। बाद में महिला ने पुलिस के सामने अपहरण की बात से इंकार करते हुए मर्जी से भागने की बात स्वीकार कर ली थी
एएनएम की शिकायत पर दारोगा के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया गया है। महिला पर पहले से दूसरे से भागने का मामला दर्ज हो चुका है। उसका पूरा डिटेल निकाला जा रहा है।
-सुशील कुमार, पुलिस निरीक्षक, शिकारीपाड़ा थाना